मध्य प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने मंगलवार को मानसूत्र सत्र के दूसरे दिन भी विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया और सरकार पर जनहित से जुड़े मुद्दों की अनदेखी का आरोप लगाया। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस नेताओं ने..
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया और इस दौरान उन्होंने बीन बजाई। इस बारे में पूछे जाने पर सिंघार ने कहा कि ‘भैंस के आगे बीन बजाने’ के संदर्भ में कांग्रेस का यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन था।
उमंग सिंघार ने कहा, ‘‘यह विरोध प्रदर्शन भाजपा सरकार की संवेदनहीनता और मुद्दों पर चुप्पी के खिलाफ किया गया। राज्य में भाजपा की सरकार अब बिल्कुल भैंस के समान संवेदनहीन हो गई है। कितने भी बड़े और जनहित के मुद्दे उठाए जाएं, सरकार उन्हें सुनने और समझने को तैयार नहीं होती।
सिंघार ने आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा सरकार भैंस की तरह 'निष्क्रिय' हो चुकी है और उसे न युवाओं के रोजगार की चिंता है और न ही किसानों की फिक्र। विपक्ष के नेता ने कहा, "जनता महंगाई से जूझ रही है, युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं, किसान अपने हक के लिए आंदोलन कर रहे हैं
ओबीसी को 27% आरक्षण अब तक नहीं मिला, लाड़ली बहनों से 3,000 रुपये का वादा अधूरा है, लेकिन सरकार है कि आंख मूंदकर बैठी है। न सुनती है, न बोलती है, न समस्या का हल निकालती है।"
इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने राज्य सरकार पर ओबीसी वर्ग के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए ‘पल-पल रंग बदलती है, सरकार नहीं यह गिरगिट है’ के नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के विधायक हाथों में सांकेतिक तौर पर ‘गिरगिट’ की प्रतिकृति लिए हुए थे। मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार से हुई। बारह दिन तक प्रस्तावित इस सत्र के दौरान 10 बैठकें होनी है।