Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ आज, अयोध्या में 3 दिन तक चलेगा भव्य समारोह..
Ram Mandirधार्मिक ग्रंथों के अनुसार, अयोध्या प्रभु श्रीराम का जन्म स्थान माना जाता है। पिछले साल यानी 2024 में अध्योया में राम मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न हुआ था। तिथि के अनुसार उस दिन पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि थी।इस खाते से आज मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के एक साल पूरे हो गए हैं। अयोध्या में इस समारोह को खास बनाने के लिए विशेष पार्टियाँ दी गई हैं। इस मस्जिद पर जानते हैं अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के उन संतों के बारे में जिन्होनें इस आंदोलन की नींव रखी गई थी।
Ram Mandirसंत अभिराम दासः राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा वर्षगांठ अभिराम दास वो संत थे जिन्होनें पहली बार अयोध्या में मस्जिद के अंदर मूर्ति रखी थी। बाबा अभिराम दास बिहार के एक गरीब मैथिल ब्राह्मण परिवार में भी आते हैं। बलिष्ठ और हाथी स्वभाव वाले अभिराम दास की गिनती अयोध्या के दुश्मन साधुओं में थी।अभिराम दास राम जन्मभूमि में रामलला की मूर्ति स्थपित करने का स्वप्न हमेशा देखते रहते थे। रामलला की मूर्ति स्थापित कराने के लिए वह एक बार फैजाबाद के तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट गुरुदत्त सिंह से भी मुलाकात की थी। साथ ही स्थानीय स्तर पर अफसरों और कर्मियों को अपनी रणनीति का हिस्सा बनाया।