रायगढ़

*✍️हमर अंगना ' योजना घरेलू हिंसा रोकथाम के लिए अत्यंत कारगर-जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री रमाशंकर प्रसाद✍️*

 

RGH NEWS प्रशांत तिवारी  हमर योजना के अंतर्गत जिला न्यायाधीश श्री रमाशंकर प्रसाद के मार्गदर्शन में घरेलू हिंसा की रोकथाम पर कार्यशाला जिला परिसर स्थित न्याय सदन में आयोजित की गई। कार्यशाला में श्री विवेक कुमार तिवारी, अपर जिला न्यायाधीश एवं श्री दिग्विजय सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सहित लोक अभियोजक श्री अनिल कुमार श्रीवास्तव उपस्थित रहे। जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं से चिन्हांकन तथा आवश्यक सुलह तथा परामर्श की कार्यवाही किए जाने के संबंध में जानकारी दी गई। योजना के क्रियान्वयन के लिए पैरालीगल वालिंटियर्स, सरंपच एवं मितानिन सदस्य की टीम के रूप में कार्य करते है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री रमाशंकर प्रसाद द्वारा बताया गया कि ‘हमर अंगना ‘ का अर्थ होता है ‘खुशहाली ‘ तथा यह अत्यंत महत्वपूर्ण व कारगर योजना है तथा घरेलू हिंसा पीडि़त महिलाओं के लिए कठिन परिस्थितियों में सहायक व राहत पहुंचाने वाली सिद्ध होगी। सरपंच, मितानिन एवं पैरालीगल वालिंटियर्स द्वारा बनी इस समिति के माध्यम से घरेलू हिंसा की रोकथाम की जावेगी। यह समिति वार्ड, गांव एवं पंचायतों में सर्वेक्ष्ज्ञण आयोजित कर घरेलू हिंसा से प्रभावित व्यक्तियों की पहचान करेगी तथा पीडि़त व्यक्तियों को चिन्हांकित कर हमर अंगना योजना के तहत राहत प्रदान करने की कार्यवाही करेगी। इसमें स्थानीय संस्थानों एवं गैर सरकारी संगठनों की सहायता भी ली जा सकेगी। श्री विवेक कुमार तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा यह बताया गया कि कानून का लाभ लोगों तक नहीं पहुॅच रहा है। हमर योजना अंतर्गत गठित समिति चूंकि आमजन से जुडी हुई होकर समाजसेवी होती है, इसलिये इस योजना को बड़ी सरलता से क्रियान्वित कर सकती है। श्री दिग्विजय सिंह, प्रभारी सचिव द्वारा योजना की संरचना पर चर्चा करते हुए बताया कि प्रत्येक गांव स्थानीय निकायों में एक ड्राप बाक्स स्थापित किया जाएगा, जिसमें पीडि़त व्यक्ति की ओर से शिकायत को छोड़ा जा सकता है। ड्राप बाक्स की चाबी कमेटी के पास रहेगी। समिति द्वारा ड्राप बाक्स के माध्यम से प्राप्त शिकायत पर विचार किया जाएगा।
जिला महिला संरक्षण अधिकारी महिला बाल विकास विभाग ने बताया कि हमर अंगना के तहत न्यायालय एवं पुलिस कार्यवाही के माध्यम से सहायता एवं सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। साथ ही यह भी कहा कि सखी वन स्टॉप सेंटर में चौबीस घंटे पीडि़त महिलाओं के लिए सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती है। समिति को सर्वे हेतु महिला बाल विकास विभाग की ओर से सहायता उपलब्ध कराये जाने के बारे में भी उन्होंने अवगत कराया। कार्यक्रम में आगे पैरालीगल वालिंटियर्स के रिफ्रे शर कोर्स का आयोजन किया गया। जिसमें प्रभारी सचिव श्री दिग्विजय सिंह ने नालसा द्वारा संचालित 10 योजनाओं, डोर टू डोर सर्वे के दौरान आमजन की समस्याओं के निराकरण एवं लीगल सहायता क्लीनिक व ग्राम पंचायतों में स्थापित हेल्प डेस्क के माध्यम से दी जाने वाली पैरालीगल वालिटिंयर्स की सेवा पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला में महिला बाल विकास विभाग से श्रीमती चैताली राय विश्वास, सखी वन स्टॉप सेन्टर से केन्द्र प्रशासक सुश्री शैली दीवान, परिवार न्यायालय से परामर्शदाता श्रीमती निर्मला मौर्य, प्रभारी महिला रक्षा टीम सुश्री संतोषी ग्रेस, प्रभारी परिवार सलाहकार केन्द्र से सहायक उपनिरीक्षक संध्यारानी कोका एवं महिला अधिवक्ता श्रीमती रितु सिंह तथा जिला अधिवक्ता संघ के महिला पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

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