*✍️राजपुर समिति में फर्जी ऋण बनाकर किसानों से लाखो की अवैध वसूली✍️*
किसानों ने कलेक्टर से लगाई गुहार, दोषियों पर कार्यवाही कर राशि वापस दिलाने की किया मांग
RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़। लैलूंगा तहसील के ग्राम चोरंगा के किसानों ने आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित राजपुर क्रमांक 101 तहसील लैलूंगा द्वारा किसानों के नाम पर फर्जी ऋण प्रकरण बनाकर वसूली करने का आरोप लगाया है। किसानों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं एवं कलेक्टर रायगढ़ को पत्र देते हुए उसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन, प्रभारी मंत्री जिला रायगढ़ एवं विधायक लैलूंगा विधानसभा को देते हुए ग्राम चौरंगा तहसील लैलूंगा के किसानों ने मांग की, कि उनके द्वारा समिति से कोई ऋण नहीं लिया गया है और कुछ के द्वारा लिये गए ऋण राशि से अधिक की वसूली कर ली गई है। इसके बावजूद उनकी धान बिक्री की राशि से ऋण के नाम पर वसूली कर लिया गया। कलेक्टोरेट आये किसानों ने दोषियों पर कार्रवाई करते हुए उनके खाते से काटे गए राशि को पूरा उनके खाते में जमा करवाने की मांग की है।
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति राजपुर के खिलाफ
लगभग एक दर्जन किसानों ने फर्जी तरीके से ऋण बनाकर लाखों रुपए की अवैध वसूली
की शिकायत की है। जिसमें किसानों ने समिति प्रबन्धक एवं अध्यक्ष पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए जिला कलेटर से मामले की जांच की मांग की है।
पहले भी कर चुके हैं शिकायत
कलेक्टोरेट आई किसानों ने बताया कि आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित रायपुर तहसील ले लूंगा के द्वारा की गई धोखाधड़ी की शिकायत उनके द्वारा पूर्व में भी दिनांक 19 फरवरी को कलेक्टर रायगढ़ ओ की जा चुकी है लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण वह आज कलेक्टोरेट आकर दोषियों पर कार्यवाही एवं उनकी अवैध रूप से वसूली की राशि वापस दिलाने की गुहार लगाई है।
मामले की शिकायत लैलूंगा थाने में भी दर्ज कराई गई है, जिसमें थाना प्रभारी से मामले की जांच कर
दोषियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की जा चुकी है। इस पूरे मामले में पीडि़त किसानों की मानें तो ऐसे किसानों की संदर्जनों में है। जिससे समिति प्रबंधन द्वारा फर्जी तरीके
से खाद और कृषि संबंधी अन्य ऋण बनाकर हितग्राहियों से धान
बिक्री की रकम में से कटौती कर अवैध तरीके से वसूली की गई है। मामले में कुछ किसान ऐसे हैं जिनकी शिकायत है कि समिति बिना कर्ज लिए ही उन से फर्जी
तरीके से ऋण की राशि वसूल रही है पीडि़त किसानों का कहना है कि पूरा मामला लाखों रुपयों का के हेरा फेरी का है और मामले में जांच के बाद पर्दे के पीछे से इस पूरे खेल को अंजाम देने वाले कई बड़े चेहरे उजागर होंगे।