पुलिस हस्तक्षेप की आवश्यक
RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़। रायगढ़ पूर्वी अंचल के शकरबोगा और कनकतुरा ओडिशा के मध्य स्थित सांपखार जंगल में स्थित सांपखंडिन देवी के मंदिर में पिछले 2 माह से आशीर्वाद बाबा ने अपना अड्डा जमा लिया है। अब तो यहां जिसका इलाज मेडिकल साइंस नहीं कर सकता,उसे पूजा पाठ व झाड़फूंक से ठीक करने का दावा कर रहा है। बाकायदा धूनी जला कर बजरंगबली के सामने पीड़ितो का इलाज किया जा रहा है। अगर निःसंतान दम्पती हैं तो आशीर्वाद बाबा की कृपा से वह भी सम्भव है।बशर्ते इसके लिए आपको बड़ी शुल्क पूजा के नाम पर देनी होगी।
आशीर्वाद बाबा के नाम से जाना जाने वाले यह बाबा अपने को बनारस का बताता है। ओड़ीसा के सुंदरगढ़ में भी अपना आश्रम होने की बात कह रहा है। मंगलवार और शनिवार को अंधविश्वास से पीड़ित या फिर यू कहे मेडिकल साइंस से थके हारे लोग बाबा के पास आ रहे हैं। तमनार व टाँगरघाट के 2 गूंगी बालिका आवाज पाने के लिए अपने परिजनों के साथ पूजापाठ करने पिछले एक माह से प्रति शनिवार और मंगलवार को नारियल अगरबत्ती लेकर बजरंगबली की परिक्रमा कर रही हैं। टाँगरघाट से आये एक बच्ची के परिजन ने बताया कि अभी तक उसे 47 हजार रुपए खर्च करने पड़ गए हैं ।उसका कहना है कि थोड़ा सुधार हुआ है,बाबा का कहना है कि एक माह और यहां आना होगा, तभी यह बोलने लगेगी। एक भक्त ने बताया कि बाबा माँ काली की पूजा के लिए उन्हें कलकत्ता भी ले गए थे,अभी तीन बच्चियां आवाज पाने के लिए पूजा अर्चना कर रही हैं। उक्त बाबा का दावा है कि उसके द्वारा किए गए पूजा अर्चना हवन से सिकलिन जैसे गम्भीर बीमारी भी ठीक हो गए हैं, ठीक होने के बाद लोग खुशी से पैसा देते हैं