Guillain-Barre Syndrome: गुइलेन-बैरे सिंड्रोम से 7 दिन में 4 मौतें, इन राज्यो में 140 से ज्यादा लोग संक्रमित…
Guillain-Barre Syndrome Maharashtra में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम(GBS) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पुणे में जीबीएस वायरस से पीड़ित 36 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई. जिसके बाद इस बीमारियों से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4 हो गई है. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, राज्य में जीबीएस के 130 संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं.
30 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग के जारी बुलेटिन के मुताबिक राज्य में GB सिंड्रोम के कारण शुक्रवार को सिंहगढ़ रोड के धायरी निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले पिंपले गुरव में 36 साल के व्यक्ति, पुणे में 56 साल की महिला और सोलापुर में 40 साल के व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों के मुताबिक, 140 मरीजों में पुणे नगर निगम के 26 मरीज हैं। निगम में जोड़े गए गांवों से 78 मरीज हैं। पिंपरी-चिंचवाड़ नगर निगम के 15 मरीज हैं।
पुणे ग्रामीण से 10 और अन्य जिलों से 11 मरीज हैं। तेलंगाना में भी पहला केस सामने आया है। सिद्दीपेट जिले में 25 वर्षीय महिला को भर्ती कराया गया है
अधिकारियों ने बताया कि शख्स एक कंपनी में चालक के रूप में काम करता था. 21 जनवरी को उसे पिंपरी चिंचवड़ के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल (YCMH) में भर्ती कराया गया था.
पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम ने बताया, ‘YCMH के विशेषज्ञ समिति ने जांच की. जिसमें पता चला कि व्यक्ति को निमोनिया था. जिसकी वजह से उसे सांस लेने में बहुत कठिनाई हो रही थी. 22 जनवरी को डॉक्टरों ने उनका NCT (तंत्रिका चालन परीक्षण) टेस्ट कराया, जिसमें मरीज के जीबीएस से पीड़ित होने का भी पता चला.
डॉक्टरों ने व्यक्ति के मौत का कारण एक्यूट रेस्पीरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस) बताया. इसके साथ ही महाराष्ट्र में संदिग्ध जीबीएस से मरने वालों की संख्या तीन हो गई है. स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, राज्य में जीबीएस संदिग्ध मामलों की संख्या बढ़कर 130 हो गई है. इससे पहले बुधवार को 56 वर्षीय एक महिला की जीबीएस से मौत हो गई थी.
GBS Virus Symptoms: जीबीएस वायरस के लक्षण
सोलापुर के 40 वर्षीय व्यक्ति की 26 जनवरी को संदिग्ध तंत्रिका विकार से मौत हुई. GBS वायरस एक रेयर डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर का कुछ हिस्सा अचानक सुन्न पड़ जाता है और मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है. इसके साथ ही इस बीमारी में हाथ पैरों में गंभीर कमजोरी जैसे लक्षण भी होते हैं.
Guillain-Barre Syndromeडॉक्टरों का मानना है कि आम तौर पर बैक्टीरिया और वायरल इंफ्केशन जीबीएस का कारण बनते हैं, क्योंकि वे रोगियों की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं. राज्य में ज्यादातर मामले पुणे और आसपास के इलाकों से हैं. माना जाता है कि दूषित भोजन और पानी में पाया जाने वाला ‘बैक्टीरिया कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी’ इस बीमारी का कारण है.