*✍️लॉक डाउन में हितग्राही जिले से बाहर और संचालक ने हड़प लिया उनका चावल, हितग्राहियों ने नगर पंचायत किरोड़ीमल नगर में की शिकायत✍️*
ऑनलाइन राशन लेने पहुंचने पर घोटाला हुआ उजागर
RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़। विश्व भारती महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लोगों को जहां हैं वहीं रहने की सलाह दी गई है और कई सामाजिक संस्थाएं लोगों को मदद ही पहुंचा रही हैं, लेकिन शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकान संचालक ने इसमें भी अपना फायदा ढूंढ लिया। हितग्राहियों की माने तो वे ग्राम मेहता विकासखंड नवागढ़ जिला जांजगीर चाम्पा के निवासी हैं। लॉक डाउन प्रारंभ होने के पूर्व वे किरोड़ीमलनगर पंचायत क्षेत्र में परिवार सहित थे ऐसी स्थिति में लॉक डाउन प्रारंभ होने पर आवागमन के रास्ते बंद हो गए। जिससे वे अपने गृह ग्राम नहीं जा सके। जब उनको पता चला कि छत्तीसगढ़ सरकार ऑनलाइन राशन देने का प्रावधान किया है तो उन हितग्राही परिवारों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर किरोड़ीमल नगर पंचायत क्षेत्र में स्थित राशन दुकान पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन ही खिसक गई। जब यह पता चला कि उनके राशन कार्ड का चावल पहले ही निकल चुका है।
हितग्राहियों का कहना है, कि जब वे लॉक डाउन के पहले से ही किरोड़ीमल नगर पंचायत क्षेत्र में है तो अपने गृह ग्राम में स्थित राशन दुकान से कैसे चावल ले सकते हैं। अभी उनकी आर्थिक स्थिति खराब है और राशन भी नहीं है। इसलिए इन हितग्राहियों ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगर पंचायत किरोड़ीमल नगर के नाम पर शिकायत कर राशन दिलाने की मांग की है।
जब परिवार ही बाहर है तो किसने उठाया चावल
आश्चर्य का बात यह है, कि जब पूरा परिवार अपने गृह गृह ग्राम में न होकर दूसरे जिले में लॉक डाउन के दौरान फंसा है तो उनके राशन कार्ड का चावल किसने उठा लिया। वह भी ऐसी स्थिति में जब हितग्राहियों का पूरा परिवार जिले से बाहर दूसरे जिले रायगढ़ के किरोड़ीमल नगर में है और लॉक डाउन होने के कारण वापस भी नहीं पहुंच सकता।
संचालक ने दिया गोलमोल जवाब
सम्बंधित राशन दुकान के विकास साहू से बात की गई तो के उनके द्वारा बताया गया कि गलती से उनके राशन का चावल चढ़ा दिया गया था। जब परिवार वापस आएंगे तो हम उनको चावल दे देंगे।लेकिन जब दुकान संचालक से यह जानकारी चाही गई कि एक राशन कार्ड की बात नहीं है। 8 परिवारों ने इसकी शिकायत नगर पंचायत में की है तो उनके द्वारा चुप्पी साध ली गई।