CG:आदिवासियों को बढ़ावा और मांगों की अनदेखीःप्रशासन की घोर लापरवाही

CG: बलौदाबाजार. जिले में संवरा आदिवासी समाज मूलभूत सुविधाओं के साथ
अन्य लाभकारी योजनाओं से वंचित दर-दर की ठोकरे खाते हुए बदहाली की जीवन जीने मजबूर हैं.
सरकार आदिवासियों के लिए तरह-तरह की योजनाएं लेकर आती है.
विश्व आदिवासी दिवस का त्यौहार मनाती है,
लेकिन जिले में आदिवासियों की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है.
इनकी समस्या की वजह जिला प्रशासन और उसके जिम्मेदार अधिकारी भी हैं,
जो इनकी मांगों की अनदेखी पिछले 10 वर्षों से करता आ रहा है.
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बता दें कि, लगभग 115 परिवार के 700 की संख्या में संवरा आदिवासी जनजाति के लोग सालों से अपनी मांगों को लेकर प्रशासन से गुहार लगा रहे थे. इसके बाद भी उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है. संवरा आदिवासी जनजाति के लोग आज भी अव्यवस्था की मार झेल रहे हैं, जिन्हें मूलभूत जरुरत बिजली, पानी, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है.
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वहीं जिले में गर्मी के दिनों मे पानी की समस्या विकराल हो जाती है, जिसको लेकर सांवरा बस्ती के लोग विगत 10 वर्षों से शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं पर महज आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला.अपनी मांगों की अनदेखी होने से गुस्साए आदिवासियों ने चक्काजाम कर दिया. चक्काजाम के बाद कलेक्टर ने इनकी समस्याओं को देखते हुए पानी की व्यवस्था की, लेकिन वह भी ऊंट के मुंह मे जीरा के सामान.



