Raigarh News: रायगढ़ जिले में बदहाल सड़क से लोग हुए परेशान,साल 2022 में शुरू हुआ था सड़क निर्माण कार्य, लेकिन अब तक सिर्फ इतनी फीसदी ही बना सके हैं सड़क
Raigarh News : खरसिया से पत्थलगांव तक बन रही 91 किलोमीटर लंबी सड़क का सिर्फ 12 किलोमीटर का हिस्सा ही खरसिया सब डिवीजन में आता है। इसमें छह किमी लंबी सड़क अत्यंत खराब है। एड़ू संगम में 17 फरवरी को आदिवासी समाज का एक मेला और सामूहिक विवाह कार्यक्रम है। इसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल हो सकते हैं, लेकिन पीडब्ल्यूडी और सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार इससे बेखबर हैं। सड़क निर्माण की गति अब भी सुस्त है। 2022 में सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ। 2024 मई तक इसे पूरा किया जाना है, लेकिन 40 फीसदी ही काम हुआ है। सरकार बदल गई, अफसर बदल गए, सस्पेंड हो गए लेकिन सड़क निर्माण में तेजी नहीं आई।
खरसिया से छाल तक सड़क की दुर्दशा से लोग आक्रोशित हैं। निर्माण की गति ऐसी ही रही तो पूरा करने में डेढ़ साल और लग सकते हैं। 91 किमी की सड़क में 60 फीसदी काम में 50 से अधिक पुल और पुलिया बनाई जानी है। बारिश में काम रुक गया था। फिर अफसर और ठेकेदार श्रमिकों के त्योहार पर घर जाने का बहाना करते रहे। पहले बारिश, फिर दहशरा, दिवाली की बात कहकर दो महीने बाद तक काम रोके रखा।
जानकारी के मुताबिक एसडीओ ने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा कि 6 किलोमीटर लंबी अत्यंत खराब सड़क को बनवा लिया जाए तो एक सब डिवीजन का काम पूरा हो जाएगा और लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी। लेकिन ठेकेदार अपनी मर्जी से काम कर रहा है। राजनीतिक रसूख के कारण 2022 में काम शुरू होने के बाद से ही निर्माण कर रही कम्पनी ने अधिकारियों के निर्देश और नोटिस को तवज्जो नहीं दी। अफसर ध्यान नहीं दे रहे ^खरसिया पत्थलगांव सड़क मार्ग की 91 किमी में 12 किमी मेरे अंदर में आता है, जिसमे भी छह किमी ही खराब है। इसके लिए विभाग में कई बार पत्र लिखा है कि छह किमी कि निर्माण पहले करा दें तो एक सब डिवीजन का काम खत्म हो जाएगा। ब्रिंदा प्रसाद, एसडीओ खरसिया सब डिवीजन
Read more: Raigarh News: 13 फरवरी को रायगढ़ में रोजगार मेला,87 विभिन्न पदों पर होगी भर्तियां,जाने पूरी डिटेल्स
एसडीओ ने पत्र लिखा पर सुनवाई नहीं
Raigarh News बारिश में बह गया डामर पहले से खराब हुई सड़क खरसिया सब डिवीजन का काम अप्रैल 2023 में चल रहा था। टॉप लेयर का काम छोड़कर आगे काम किया जा रहा था। बारिश के नजदीक टॉप लेयर का काम किया। बारिश में सारा काम बर्बाद हो गया। सड़क की पहले से ज्यादा खराब स्थिति हो गई। यहां ग्रामीण आंदोलन की बात कह रहे हैं। दरअसल खदान क्षेत्र में काम करने, शहर जाने वाले आसपास के ग्रामीण और स्कूली बच्चों को सालों से हो रही तकलीफ से लोग नाराज हैं।