भवन निर्माण व मुआवजा के लिए मची होड प्रशासन ने भी बंद की आंखे, नजायज निर्माण में कोई कार्रवाई नही

Raigarh News रायगढ़। लोग कहते हैं कि उसने रातों रात भवन निर्माण कर लिया। सुनने में अच्छा लगता है, पर विश्वास करना उतना ही कठिन है, जितना सुनने में आसान। पर इस बात को जिंदल पावर लिमिटेड तमनार को नये आबंटित माइंस क्षेत्र गारे पेलमा प्टध्प् के लोग अमलीजामा पहनाने में दिन रात एक करने में लगे हैं। इस क्षेत्र के लोग सरकारी आदेश की अनदेखी कर रातो रात किसी भी तरह निर्माण कार्य कर अधिक से अधिक धन जुटाने में संलग्न है। जो जमीन कुछ ही समय पहले खाली पड़ी थी, उसी जमीन में रातों रात जरजर और काम चलाई। भवन निर्माण किया जा रहा है, जिससे अनेक अनहोनी घटनाएॅ भी घटने लगी हंै, लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं।
विदित हो कि कमर्शियल आक्सन में जिंदल पावर लिमिटेड तमनार को कोल ब्लाॅक मिलने के बाद एसडीएस घरघोड़ा ने डोंगामौहा, टपरंगा नागरामुडा, धौराभाठा, आमगंाव और जांजगीर में जमीनों की खरीदी बिक्री और किसी भी निर्माण को प्रतिबंधित किया था। लेकिन इससे पहले ही ज्यादा मुआवजा पाने की लालच में जमीन की खरीद बिक्री की बंदरबाट निर्माण कराने की की होड़ सी मच गई है। प्रशासन द्वारा जमीनों के क्रय, विक्रय, डायवर्सन पर भी रोक लगाई गई है। इसके बावजुद कई बाहरी लोग उक्त क्षेत्र में निर्माण करवाने में लगे हुए हैं। भुमि स्वामियों से एग्रीमेंट किया गया है। जिसके तहत जमीन का मुआवजा व मकान का मुआवजा आपस में बांटा जाना तय किया गया है। इस तरह के निर्माण कार्यों से प्रशासन ने भी आंखें बंद कर ली है। कोई कारवाही भी नहीं की जा रही है। दबी जुबाॅ पर लोगों का मानना है कि इस काम में कई प्रशासनिक व संबंधित अधिकारी भी तो लिप्त हैं।
गौरतलब हो कि कुछ समय पहले यहीं हथकंडा तमनार में महाजेंको के कोल ब्लाॅक एरिया के लोगों ने ज्यादा मुआवजा पाने के लिए जमीनों के टुकड़ों में खरीदी बिक्री और मकान निर्माण का अपनाया था।