आक्रोशित हैं लोग, आंदोलन की तैयारी
RGH NEWS प्रशांत तिवारी कोयला स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है और इसका रेट पॉइंट खरसिया एवं आसपास की बस्ती से लगे हुए क्षेत्र में खोल दिया गया है। इसे स्थानांतरित करने की मांग लंबे समय से हो रही है। बावजूद इसके रेलवे के अधिकारियों पर इसका अब तक कोई खास असर नहीं दिख रहा है। इसलिए रैक प्वाइंट से पीडि़त लोगों की ओर से अब आर-पार की लड़ाई लडऩे का मूड बना लिया गया है।
दो भागों में बटे नगर के मध्य स्थित रेलवे स्टेशन पर नियमों को ताक में रखकर कोयला रैक पाइंट संचालित की जा रही है। ऐसे में पूरे नगर सहित नजदीकी ग्राम पंचायतें भी प्रभावित हो रही हैं। वहीं पत्राचार के बाद भी रेलवे प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। इस बात को लेकर नगर एवं ग्राम वासियों के अलावा राजनीतिक पार्टियां समाज सेवी संगठन भी उग्र होते नजर आ रहे हैं। पालिकाध्यक्ष राधासुनील शर्मा द्वारा मंगलवार को पुन: डीआरएम रेलवे को पत्र लिखा गया है। जिसमें साफ तौर पर उल्लेख किया गया है कि 6 जनवरी को पर्यावरण विभाग द्वारा जांच किए जाने पर साइडिंग में अनेकों अनियमितताएं पाई गईं थीं। वहीं इस रैक पॉइंट के चलते समूचा नगर आँखों एवं सांसों की बीमारी की चपेट में आ रहा है। रैक प्वाइंट से उड़ते हुए कोयले की डस्ट दूर तक फैल रही है, ऐसे में अनेकों लोग ह्रदय जनित बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं एवं फेफड़ों से संबंधित बीमारियां भी पनप रही हैं।
वहीं वायुमंडल में कोलडस्ट मिल जाने के कारण शुद्ध प्राणवायु नहीं मिल पा रही। नजदीकी ग्राम पंचायतें मौहापाली, भेलवाडीह, मदनपुर, अंजोरीपाली एवं महका के रहवासी भी इस प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं। इस मामले में रेलवे प्रशासन की ओर से कोई पहल नही होनें पर अब प्रभावित गांव के ग्रामीणों ने आंदोलन को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है। इस रैक पाइंट को लेकर अंचल के प्रभावित लोगों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है।