रायगढ़

*✍️श्रीमान जी जरा इधर भी दीजिए ध्यान,नगर निगम कार्यालय के सामने खुली कपड़े की दुकान✍️*

ये तो वही हुआ हम तो नहीं मानेगें और कपड़ा बेचेंगे

RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़ एक तरफ जिला प्रशासन पुलिस-प्रशासन लॉकडाउन के नियम का पालन करवाने के लिए कमरतोड़ मेहनत कर रहा है, तो दूसरी तरफ कुछ धन लोलुप लालची किस्म के दुकानदार अपनी अर्थ लिप्सा को नहीं रोक पा रहे हैं। ऐसे में वे शासन, प्रशासन के नियमों की धज्जियां सरेआम उड़ाते नजर आ रहे हैं। जबकि शासन द्वारा कपड़े की दुकानों को खोलने की छूट नहीं दी गयी है। ऐसे में दुकान खोलकर कपड़ा बेचना लॉक डाउन के निर्देशों को मुंह चिढ़ाने जैसा है। खुले दुकान में जिंदल के कर्मचारियों के द्वारा तमनार से रायगढ़ आकर कपड़े की खरीदी की जा रही थी। संवाददाता ने जब जानना चाहा तो जिंदल कर्मियों ने तमनार के तहसीलदार का नाम लेते हुए उनसे आदेश लेना बतलाया गया। अब यह समझने वाली बात है कि क्या रायगढ़ में दुकान खोलने के लिए तमनार से आदेश जारी हुआ है? क्या तमनार और घरघोड़ा में कपड़ों की दुकानें नहीं हैं। जब जिंदल कर्मचारियों से वैध दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया तो वे बगले झांकते हुए आनन फानन में वाहन स्टार्ट कर मुख्य मार्ग छोड़कर अन्य मार्ग से नौ दो ग्यारह हो गए। इसमें स्थानीय कपड़ा दुकान शोभराज मानिकराम के संचालक द्वारा दुकान खोलकर इस विश्वव्यापी महामारी के दौरान नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
प्रशासन के निर्देश पर शहर की सभी कपड़ा दुकानें जब बंद हो ऐसी स्थिति में शोभराज मानिकराम के संचालक द्वारा खुलेआम कपड़ा दुकान खोलकर कपड़ा बेचने की यह चर्चा पूरे शहर में हो रही है कि क्या यह दुकान संचालक नियम के उपर है या इसे किसी का डर नहीं है।
जब यह दुकान निगम कार्यालय के गेट के ठीक सामने स्थित हो। वहीं जिंदलकर्मी तमनार से रायगढ़ मार्केटिंग के लिए कैसे पहुंच गये यह भी जांच का विषय है।

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