नई दिल्ली: हालात मुश्किल हैं, लेकिन पार्टी जल्द ही इससे उबर जाएगी, कांग्रेस को खुद को फिर से पुनर्जीवित और परिवर्तित करना होगा, ये कहना था कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया का. उन्होंने कहा कि किसी ऐसी शख्सियत को कांग्रेस अध्यक्ष पद दिया जाना चाहिए जो पार्टी में नई ऊर्जा भर पार्टी को मजबूत कर सके और सबको खासतौर से देश के पार्टी कार्यकर्ता को साथ लेकर चल सके.
उन्होंने कहा, ”मैंने कभी भी बैक फुट पर बल्लेबाजी नहीं की, बल्कि हमेशा फ्रंट फुट पर बल्लेबाजी की. जो परिणाम आए हैं वो सर माथे हैं, मैं कभी इस बात से परहेज़ नहीं कर सकता कि आप में भी कमी थी, कमी नहीं होती तो ये नतीजा क्यों आता. पहली जवाबदेही हमारी होनी चाहिये. जहां तक मेरा परिणाम है शायद नहीं ज़रूर कमी ज्योतिरादित्य सिंधिया की होगी, मुझे आत्मवालोकन करके कमियां ढूंढनी होगी.”
राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ”कांग्रेस के लिए ये बड़ा गंभीर समय है. हमने बहुत कोशिश की कि हम उन्हें मना पाए लेकिन वो कोई फैसला लेते हैं तो अडिग रहते हैं. इस बात का गर्व भी है हमें. लेकिन अब समय हो गया है. अब ऐसे शख्स को मौका दिया जाना चाहिए जो कांग्रेस में नई जान फूंक सके.”
कांग्रेस में ज़िम्मेदारी बुजुर्ग नेता को मिले या युवा इस मुद्दे पर सिंधिया ने कहा, “मैं मोदीजी नहीं हूं, देश की आबादी को पुराने और में विभाजित न करें युवा. जरूरत उम्र के बजाय व्यक्तिगत क्षमताओं पर ध्यान देने की है. लेकिन समय बीतने के साथ, परिवर्तन होने की जरूरत है. यहां तक कि एक समय भी होगा, जब मुझे जाना होगा.”
कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के एक दर्जन से अधिक विधायकों के इस्तीफे और गोवा में 10 कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी पीछे के दरवाजे से सत्ता में आना चाहती है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जहां तक कर्नाटक की बात है, गोवा की बात है, ये कोई नई बात नहीं है. बीजेपी की सीधी सोच है कि जहां-जहां उन्हें सामने के दरवाजे से प्रवेश न मिले, वहां पीछे के दरवाजे से प्रवेश हो.” कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘बीजेपी का एक ही लक्ष्य है, ‘सरकार बनाओ, मौज करो’. बीजेपी को जनता से लेना-देना नहीं है.”