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धर्म

Sawan ka Pehla Somwar: सावन का पहला सोमवार आज, यहां जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि..

Sawan ka Pehla Somwar देवों के देव महादेव का प्रिय माह श्रावण की शुरुआत हो चुकी है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन के महीने में अगर श्रद्धापूर्वक शिवलिंग पर सिर्फ एक लोटा जल भी अर्पित किया जाए, तो भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सुख, समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं. सावन का पहला सोमवार आज यानी 14 जुलाई को है. इस दिन शिव मंदिरों में भारी संख्या में भक्त उमड़ते हैं और भोलेनाथ को जल चढ़ाते हैं. सावन के हर सोमवार का विशेष महत्व होता है और इस दिन शिवभक्त व्रत रखकर शिवलिंग पर बहुत सी चीजें करते हैं. अगर आप भी सावन के पहले सोमवार को भोलेनाथ की पूजा करने वाले हैं, तो चलिए आपको इस लेख में सारी जानकारी देते हैं.

सावन का पहले सोमवार शुभ मुहूर्त

वैसे तो सावन सोमवार के दिन सुबह से लेकर शाम तक भोलेनाथ की पूजा की जा सकती है, लेकिन पंचांग के मुताबिक जलाभिषेक के लिए शुभ मुहूर्त नीचे दिए गए हैं.

 

ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 4.15 से सुबह 5.00 बजे तक

अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12.00 से दोपहर 12.50 बजे तक

प्रदोष काल- शाम 7.15 से रात 08.45 बजे तक

 

सावन के सोमवार की पूजा विधि

सावन सोमवार के दिन सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें.

भोलेनाथ की पूजा के लिए मंदिर जाएं या फिर घर पर ही शिवलिंग स्थापित कर पूजा करें.

शिव पूजा करने के लिए पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करके बैठें.

पूजा करने के लिए सबसे पहले शिवलिंग पर जल चढ़ाएं.

इसके बाद शिवलिंग का अभिषेक दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल से करें.

फिर शिवलिंग पर बेलपत्र, सफेद पुष्प, धतूरा, आक, अक्षत और भस्म चढ़ाएं.

इसके बाद भगवान शिव को सफेद मिठाई का भोग लगाएं.

फिर तीन बार ताली बजाते हुए उनका नाम स्मरण करें.

शिवलिंग पर चीजें अर्पित करते समय ‘ॐ नमः शिवाय‘ मंत्र का जाप करते रहें.

अंत में पूरे श्रद्धाभाव से भोलेनाथ की आरती करें.

सावन सोमवार का व्रत कितने घंटे का होता है?

सावन सोमवार का व्रत सूर्योदय से लेकर अगले दिन सूर्योदय तक होता है. इस दौरान शिव भक्त उपवास करते हैं या फलाहार लेते हैं. सावन सोमवार व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद किया जाता है.

 

सावन सोमवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए?

सावन सोमवार के व्रत में सिर्फ शुद्ध और सात्विक भोजन करना चाहिए. मांस, मछली, अंडा जैसी चीजें सावन के माह में नहीं खानी चाहिए. सोमवार व्रत के दौरान इन चीजों से पूरी तरह दूरी बना लेनी चाहिए.

 

सोमवार का व्रत क्या खाकर खोलना चाहिए?

सोमवार का व्रत खोलने के लिए आप फलाहार या हल्का भोजन कर सकते हैं. वहीं, आप सावन सोमवार व्रत खोलने के लिए साबूदाने की खिचड़ी या खीर का सेवन भी कर सकते हैं. सोमवार का व्रत खोलने का समय आमतौर पर शाम को शिव पूजन के बाद होता है, लेकिन कुछ लोग अगले दिन सूर्योदय के बाद भी व्रत खोलते हैं, खासकर अगर उन्होंने निर्जल उपवास किया हो.

 

सावन के पहले सोमवार को शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं?

सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, गंगाजल, शहद, दूध, दही और गन्ने का रस चढ़ाना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग का इन चीजों से अभिषेक करने से धन लाभ के योग बनते हैं और आर्थिक तंगी की समस्या से छुटकारा मिलता है.

 

सोमवार के दिन शिवलिंग पर क्या नहीं चढ़ाना चाहिए?

सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते, हल्दी और सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इन चीजों को शिवलिंग पर चढ़ाने से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

 

सावन के सोमवार का व्रत कितने बजे खोलना चाहिए?

शिव पुराण के मुताबिक, सावन 16 सोमवार व्रत की पूजा दिन के तीसरे पहर में यानी सुबह के 4 बजे के आसपास शुरू करनी चाहिए. सूर्यास्त से पहले पूजा संपूर्ण कर लेनी चाहिए. व्रती को पूरे दिन शिव भक्ति कर अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत खोलना उत्तम रहता है.

 

 

शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलें?

Sawan ka Pehla Somwarशिवलिंग का अभिषेक करते समय आप नीचे दिए गए इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं:-

 

ॐ नम: शिवाय

ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः

ॐ शर्वाय नम:।

ॐ विरूपाक्षाय नम:।

ॐ विश्वरूपिणे नम:।

ॐ कपर्दिने नम:।

ॐ भैरवाय नम:।

ॐ शूलपाणये नम:।

ॐ ईशानाय नम:।

ॐ महेश्वराय नम:।

ॐ नमो नीलकण्ठाय।

ॐ पार्वतीपतये नमः।

ॐ पशुपतये नम:।

ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।

 

 

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