Raigarh News: जनसेवा के नायकों का सम्मान: कोतरारोड़ पुलिस ने किया स्वास्थ्य कर्मी, कोटवार और पुलिस मित्रों को सम्मानित

Raigarh News: *13 अप्रैल, रायगढ़* । जिले में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के मार्गदर्शन में जनसेवा में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित करने की पहल लगातार जारी है। इसी कड़ी में कोतरारोड़ थाना, पूंजीपथरा थाना एवं खरसिया चौकी में आज एक गरिमामय कार्यक्रम का आयोजन कर स्वास्थ्य कर्मियों, ग्राम कोटवारों, पुलिस मित्रों और सड़क दुर्घटना में तत्परता दिखाने वाले नागरिकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
थाना कोतरारोड़ में आयोजित सम्मान समारोह के प्रथम चरण में डीएसपी सुशांतो बनर्जी एवं थाना प्रभारी निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी ने उपस्थित ग्राम कोटवारों से नियमित रूप से थाना में उपस्थित रहने और अपने गांव में घटित हर गतिविधि की जानकारी पुलिस को देने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं की सूचना तत्काल देकर घायलों की जान बचाने, स्वास्थ्य सेवा में निष्ठापूर्वक कार्य करने तथा क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग करने वाले नागरिकों को जननायक बताते हुए उनका अभिनंदन किया। डीएसपी बनर्जी एवं निरीक्षक त्रिपाठी ने सभी विशिष्ट नागरिकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया
सम्मानित जननायकों में स्वास्थ्य कर्मी भावना ध्रुवे (उम्र 30 वर्ष, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नंदेली) को उनकी सेवा भावना के लिए सम्मानित किया गया। सड़क दुर्घटनाओं की त्वरित सूचना देकर जनहानि को रोकने में योगदान देने वाले नैमिष सारथी (उम्र 24, ग्राम बनहर) और जितेंद्र पटेल (उम्र 27, ग्राम ठाकुरपाली) को भी प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया। ग्राम कोटवार की भूमिका में सतत सेवा और कानून व्यवस्था में सहयोग देने वाले कन्हैया लाल चौहान (उम्र 51, ग्राम उसरौट) और भारत लाल महंत (उम्र 37, ग्राम बघनपुर) को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
पुलिस मित्र के रूप में निःस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे नरसिंह पटेल (उम्र 35, पचेड़ा), विकास कुमार (उम्र 46, वार्ड क्रमांक 15 किरोड़ीमल नगर) और लक्ष्मी चंद्रा (उम्र 43, वार्ड क्रमांक 11 किरोड़ीमल नगर) को भी इस अवसर पर सम्मान प्रदान किया गया।
Raigarh News: कार्यक्रम में उप निरीक्षक कुसुम कैवर्त सहित थाना कोतरारोड़ का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। पुलिस विभाग की यह पहल न केवल जनसेवा करने वालों का मनोबल बढ़ा रही है बल्कि समाज में सुरक्षा और सहभागिता की भावना को भी मजबूत कर रही है।