रायगढ़

Raigarh News: आखिर रायगढ़ में रेत के दाम दोगुने क्यों बढ़े,अभी भी लगभग 14 घाट बंद…जाने कितने घाट अभी है चालू

Raigarh News: जिले में डेढ़ महीने से पर्यावरण स्वीकृति नहीं मिलने सेअधिकांश रेत खदानें बंद हैं। शहर में रेत की किल्लत हैऔर इसका असर सरकारी और निजी निर्माण कामों परपड़ रहा है। काम या तो बंद किए गए हैं या फिर इसउम्मीद में सुस्त हैं कि खदानों की नीलामी जल्द हो जाएऔर रेत के दाम घट जाएं। खरसिया क्षेत्र में मांड नदी केकिनारे उसरौट घाट में खनन वैध है। जिले के अन्य रेतघाट बंद होने के कारण शहर में अवैध डंपिंग के साथतस्कर दोगुने दामों में सप्लाई कर रहे हैं।

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दरअसल पहलेजिले में 15 रेत घाट चल रहे थे। ये पूरी तरह बंद है। इसकासंचालन ग्राम पंचायत स्तर में किया जाएगा। खनिजविभाग ने आवेदन मंगाया था लेकिन अभी तक उनकीपर्यावरण व अन्य विभागों में स्वीकृति नहीं मिल पाई है।रायगढ़ में 90 प्रतिशत सप्लाई उसरौट घाट से कीजा रही है। अन्य घाट से खनन बद होने के कारणदोगुने दामों में रेत बेचा जा रहा है। जिले में वैध के साथअवैध रेत घाटों में पूरी तरह कढ़ाई बरतने की बात कहींजा रही है। इसका प्रमुख कारण कानून में बदलाव है।खनिज का अवैध परिवहन करते पाए जाने पर खानऔर खनिज(विकास और विनियमन) अधिनियम1957 की धारा- 21 (1), धारा- 21 (2) निर्धारितअधिकतम दण्ड जिसमें पांच से दो वर्ष का कारावासका प्रावधान है। साथ ही पांच लाख रुपए व प्रत्येक दिनके लिए 50 हजार रुपए जुर्माना किया जा सकता है।लेकिन खनिज विभाग एक महीने में केवल आठ से 10गाड़ियों पकड़ सकी है।

छह हजार से 12 हजार रुपए हाइवा पहुंचा रेटरेत के अभाव व महंगे दामों को लेकर शासकीय कार्यकरने वाले ठेकेदार सहित निजी ठेकेदार भी परेशान हैं।शासकीय ठेका लेने वाले शहर के बड़े ठेकेदार ने बतायाकि रेत तो मिल रहा है। लेकिन जो रेत छह से सात हजाररुपए हाइवा मिलती थी, उसके दाम 12 हजार हो गए हैं।खनिज विभाग के द्वारा 50 रुपए घनमीटर से हिसाब से दरतय है। इसके बाद भी शहर में दोगुने दामों में रेत सप्लाईकी जा रही है। इससे बिल्डिंग निर्माण करने वालों कोअधिक भार पड़ रहा है। शहर कुछ निर्माण काम तोइसलिए भी शुरू नहीं हो पा रहे हैं।

नए घाटों को वन विभाग, एसडीएमव पर्यावरण स्वीकृति का इंतजारपूर्व सरकार ने रेत खनन के नियम बदल दिए थे। घाटोंका आवंटन नीलामी के जरिए किया गया। इस प्रक्रिया मेंदो साल लग गए। दिक्कतें तब आई जब अनुसूचित क्षेत्रके रेत घाटों का संचालन ग्राम पंचायत के अधीन करदिया गया। जो रेत खदानें आवंटित हो चुकी थी, उन्हें भीनए सिरे से स्वीकृति लेनी पड़ रही है। धरमजयगढ़,घरघोड़ा, तमनार जैसे ब्लॉकों के लिए 12 पंचायत सेआवेदन मिले हैं। अब आवेदनों पर वन विभाग,एसडीएम व पर्यावरण स्वीकृति के लिए भेजे गए हैं।

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अवैध खनन व परिवहनपर हो रही कार्रवाई^जिले में अभी उसरौट रेत घाटको स्वीकृति मिली है। इसमें खननशुरू हो गया है। ग्राम पंचायतों 12आवेदन मिले हैं। इन्हें विभिन्नविभाग की स्वीकृत के बाद शुरूकिया जाएगा। इसका प्रोसेस चलरहा है। अवैध खनन व परिवहन परलगातार कार्रवाई की जा रही है।- योगेन्द्र सिंह, खनिज विभाग

Raigarh News: जगह-जगह बने डंपिंग यार्डविभाग को नहीं दिखतेजिले में खदान बंद हुई तो तस्करों नेचोरी-छिप खनन कर जगह-जगहडंपिंग शुरू कर दी, ताकि खदानें बंदबताकर कालाबाजारी की जा सके।इधर नए कानून लागू होने के बादतस्करों पर खनिज विभाग किसीप्रकार का डर नजर नहीं आया।शिकायत हुई तो विभाग पिछले एकमहीने आठ से 10 कार्रवाई करखानापूर्ति कर दी।

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