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मिर्च की उन्नत खेती कर किसान भाई कर सकते लाखो का मुनाफा, देश के घर-घर में होता है इसका इस्तेमाल

मिर्च की उन्नत खेती कर किसान भाई कर सकते लाखो का मुनाफा, देश के घर-घर में होता है इसका इस्तेमाल

मिर्च की उन्नत खेती कर किसान भाई कर सकते लाखो का मुनाफा, देश के घर-घर में होता है इसका इस्तेमाल। मिर्च खाने के लिए बेहद अच्छी है. मिर्च का कैप्साइसिन रसायन मिर्च को तीखा बनाता है, इसलिए यह अक्सर मसाले में प्रयोग किया जाता है. मिर्च को सॉस, अचार और औषधि में भी इस्तेमाल किया जाता है. मिर्च में विटामिन ए, सी, फास्फोरस और कैल्शियम पाया जाता हैं. इसके साथ ही मिर्च एक नगदी उत्पाद है जिसे किसी भी जलवायु में लगाया जा सकता है. ऐसे में मिर्च की उन्नत खेती करके किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. आइये जानते है इसके खेती के बारे में…

मिर्च की उन्नत खेती कर किसान भाई कर सकते लाखो का मुनाफा, देश के घर-घर में होता है इसका इस्तेमाल

मिर्च की खेती (Mirch ki kheti)

मिर्च की खेती के लिए अच्छे जल निकास वाली दोमट या बलुई मिट्टी चाहिए, जिसमें अधिक कार्बनिक पदार्थ होते हैं. लवण और क्षार युक्त भूमि इसके लिए उपयुक्त नहीं है. खेत को तीन-चार बार जुताई कर तैयार करना चाहिए. 1.25 से 1.50 किग्रा बीज प्रति हेक्टेयर खेती की आवश्यकता होती है. प्रति क्यारी 50 ग्राम फोरेट और सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं. बीज को 2 ग्राम एग्रोसन जीएन, थीरम या कैप्टान रसायन प्रति किग्रा उपचारित करें. बीज को पंक्तियों में एक इंच की दूरी पर बोकर मिट्टी और खाद से ढक दें.

रोपाई एवं सिंचाई 

बीज जमने के बाद खरपतवार को बाहर निकालें. पौधे 25 से 35 दिन में बोया जा सकता है. रात को रोपाई करें. रोपाई करते समय कतार और पौधों में 45 सेमी की दूरी होनी चाहिए. 85 से 95 दिन में हरी मिर्च फल देने योग्य हो जाती है. सूखी मिर्च के फल को 140-150 दिन में रंग लाल होने पर तोड़ना चाहिए. यदि कम बारिश हो तो 10 से 15 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए. फसल फूल और फल बनते समय सिंचाई करनी चाहिए.

उर्वरक 

सिंचाई नहीं होने पर फल और फूल छोटे हो जाते हैं. खेत को खरपतवार से मुक्त रखना चाहिए ताकि अच्छी फसल हो सके. 200 कुंतल गोबर या कंपोस्ट, 100 कुंतल नाइट्रोजन, 50 कुंतल फास्फोरस और 60 कुंतल पोटाश प्रति हेक्टेयर की आवश्यकता होती है. रोपाई से पहले, कंपोस्ट में फास्फोरस की पूरी मात्रा और नाइट्रोजन की आधी मात्रा दी जानी चाहिए; फिर, दो बार में, शेष मात्रा दी जानी चाहिए.

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लागत और मुनाफा 

बता दे, एक हेक्टेयर में सामान्य तौर पर 7 से 8 किलो मिर्च के बीज की जरूरत होती है. इस पर करीब 20 से 25 हजार रुपये तक खर्चा आ जाता है. बीज बुवाई के साथ सिंचाई, फर्टिलाइजर प्रयोग, कीटनाशक, हार्वेस्टिंग आदि के खर्चे को यदि जोड़ लिया जाए तो 3 लाख रुपये तक का खर्चा आ जाता है। मिर्च की कुछ अच्छी प्रजातियां एक हेक्टेयर में 250 से 300 क्विंटल तक मिर्च उत्पादन करती हैं.

बाजार में मिर्च का भाव उसके उत्पादन और मार्केट में डिमांड के आधार पर तय होता है. अमूमन यह 30 से 70 रुपये किलो तक होता है. यदि मिर्च 40 से 50 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है तो कमाई का आंकड़ा देखकर आप चौंक जाएंगे. 300 टन उत्पादन होने पर मिर्च बाजार में करीब 15 लाख रुपये की बिकेगी. इस तरह 12 लाख रुपये का सीधा मुनाफा आपकी जेब में होगा.

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