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Krishna Janmashtami 2024 Bhog Prasad : 27 की सुबह लगाए कान्हा जी को ये भोग होंगे बिगड़े काम पुरे

Krishna Janmashtami 2024 Bhog Prasad : 27 की सुबह लगाए कान्हा जी को ये भोग होंगे बिगड़े काम पुरे

Krishna Janmashtami 2024 Bhog Prasad : 27 की सुबह लगाए कान्हा जी को ये भोग होंगे बिगड़े काम पुरे कान्हा जी को लगाए ये भोग जिससे होंगे आपके सारे बिगड़े काम सही जाने जानने क्या क्या अधिक प्रिय है कान्हा जी को और लगाए भोग जानने के लिए अंत तक बने रहे

Krishna Janmashtami 2024 Bhog Prasad : 27 की सुबह लगाए कान्हा जी को ये भोग होंगे बिगड़े काम पुरे

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माखन मिसरी का भोग

भगवान कृष्ण का सबसे पसंदीदा भोग है माखन और मिसरी। बचपन से ही कान्‍हाजी गोपियों का माखन चुरा के खाते थे। यही वजह है कि उन्‍हें माखनचोर कहा जाता है। बचपन से ही मैया यशोदा भगवान कृष्ण को माखन में मिसरी मिलाकर खिलाया करती थी। इसलिए जन्माष्टमी वाले दिन कान्‍हाजी को जन्‍म के वक्‍त माखन संग मिसरी मिलाकर भोग लगाएं तो कान्‍हाजी आपके सभी कष्‍ट दूर करेंगे।

चावल की खीर का भोग

श्रीकृष्ण भगवान को चावल की खीर भी बहुत पसंद है। यदि घर की महिलाएं अपने हाथ से खीर बनाकर रात को जन्‍मोत्‍सव के वक्‍त कान्‍हाजी को खीर का भोग लगाएं तो उनके घर में सुख समृद्धि बढ़ती है और कान्‍हाजी आपके घर में कभी अन्‍न व धन की कमी नहीं होने देते। जन्माष्टमी के दिन आपको भगवान कृष्ण के लिए मेवा और मखाने डालकर चावल और गाय के दूध से बनी विशेष खीर तैयार करनी चाहिए और उसका भोग कृष्णजी को लगाना चाहिए।

धनिया की पंजीरी का भोग

भगवान श्रीकृष्ण को धनिए की पंजीरी बहुत प्रिय है। जन्माष्टमी के दिन धनिए से बनी पंजीरी का भोग लगाना चाहिए। धनिया की पंजीरी बनाने के लिए सबसे पहले धनिया पाउडर में मिसरी, काजू, बादाम और घी मिलाकर अच्छे से भूनकर उसको तैयार कर लें। उसके बाद पिसी चीनी इसमें मिलाकर इस पंजीरी को तैयार कर लें। जन्‍मोत्‍सव के वक्‍त कान्‍हाजी को धनिए की यह पंजीरी अर्पित करनी चाहिए। इससे आपके धन में वृ‍द्धि होती है और तिजोरी सदैव पैसों से भरी रहेगी।

पंचामृत का भोग

जन्‍माष्‍टमी की रात को भगवान कृष्‍ण के जन्‍म की खुशियां मनाते समय उन्‍हें पंचामृत से भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपके आप हमेशा के लिए कृष्णजी की कृपा के पात्र बन जाते हैं। इस पंचामृत में दही, दूध, घी, मक्‍खन और गंगाजल का प्रयोग करें और साथ में शहद भी मिलाएं। इसके अलावा इसमें पंचमेवा भी डालकर कान्‍हाजी का भोग लगाना चाहिए। इस पंचामृत को प्रसाद के रूप में ग्रहण करके जन्‍माष्‍टमी का व्रत खोलना चाहिए।

पंचमेवा पाग का भोग

जन्‍माष्‍टमी के शुभ अवसर पर पांच मेवा से बना मेवापाक का भोग भी लगाना बहुत अच्‍छा माना जाता है। जहां तक हो सके कान्‍हीजी के भोग में अपने हाथ से बने व्‍यंजनों का भोग लगाना चाहिए। घर पर माताएं शुद्धता से जो व्‍यंजन बनाती हैं उनका भोग अर्पित करने से कान्हाजी आपके घर में बरकत बढ़ाते हैं और आपके घर की खुशियों में इजाफा होता है।

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