IND vs ENG: टीम इंडिया की रोमांचक जीत के साथ ड्रॉ की सीरीज, टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबर…

IND vs ENG भारत ने पहली पारी में 224 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 247 रन पर समाप्त हुई थी और इंग्लिश टीम ने 23 रन की बढ़त हासिल की थी। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 396 रन बनाए और 373 रन की कुल बढ़त हासिल की और 374 रन का लक्ष्य रखा। जवाब में इंग्लैंड की दूसरी पारी 367 रन पर समाप्त हुई।
भारत ने पहली पारी में 224 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 247 रन पर समाप्त हुई थी और इंग्लिश टीम ने 23 रन की बढ़त हासिल की थी। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 396 रन बनाए और 373 रन की कुल बढ़त हासिल की और 374 रन का लक्ष्य रखा। जवाब में इंग्लैंड की दूसरी पारी 367 रन पर समाप्त हुई। जो रूट की 105 रन और हैरी ब्रुक की 111 रन की पारी भी इंग्लैंड को हारने से नहीं बचा सकी। जैसे ही सिराज ने आखिरी विकेट के रूप में एटकिंसन को यॉर्कर पर क्लीन बोल्ड किया, भारतीय फैंस और खिलाड़ियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सिराज दौड़ पड़े और भारतीय खिलाड़ी उन्हें गले लगाने के लिए दौड़ पड़े।
इंग्लैंड की दूसरी पारी
इंग्लैंड की दूसरी पारी में शुरुआत खराब रही थी। टीम ने 106 रन पर बेन डकेट, जैक क्राउली और कप्तान ओली पोप के विकेट गंवा दिए थे। क्राउली 14 रन, डकेट 54 रन और पोप 27 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, इसके बाद ब्रुक जब 19 रन पर थे, तो सिराज ने उनका कैच छोड़ा था। इस जीवनदान का फायदा उठाकर ब्रुक ने 98 गेंद में 14 चौके और दो छक्कों की मदद से 111 रन की पारी खेली। वहीं, रूट ने 105 रन बनाए। इन दोनों के बीच 195 रन की साझेदारी हुई। आकाश दीप ने ब्रुक और प्रसिद्ध ने रूट को आउट किया। जैकब बेथेल पांच रन बना सके। 337 रन पर रूट छठे विकेट के रूप में पवेलियन लौटे थे। इसके बाद भारत ने इंग्लैंड को 30 रन और बनाने दिए और आखिरी के चार विकेट ले लिए।
IND vs ENGभारत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 339 रन बनाए थे। दिन के आखिरी सत्र में अंपायरों ने लाइट मीटर से प्राकृतिक रोशनी को मापने के बाद खेल को रोकने का इशारा किया। खिलाड़ियों के मैदान से बाहर निकलने के कुछ ही देर बाद तेज बारिश होने लगी और मैदानकर्मियों को पिच को कवर से ढकना पड़ा। तब जेमी स्मिथ दो रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे, जबकि ओवरटन ने खाता नहीं खोला था। वहीं, पांचवें दिन सिराज की घातक स्विंग और सीम का इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था। इस मैच का दूसरा दिन (एक अगस्त) दिवंगत थोर्प को समर्पित था। इंग्लैंड के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले थोर्प का कई वर्षों से अवसाद और चिंता से जूझने के बाद पिछले साल निधन हो गया था।