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Moong Seed : IFSA बंसी गोल्ड मूंग की अधिक पैदावार लेने का सबसे आसान तरीका ,जानिए

Moong Seed : IFSA बंसी गोल्ड मूंग की अधिक पैदावार लेने का सबसे आसान तरीका ,जानिए

Moong Seed : IFSA बंसी गोल्ड मूंग की अधिक पैदावार लेने का सबसे आसान तरीका ,जानिए  : बंसी गोल्ड मूंग के बीजो का एकसमान अंकुरण एकसमान पौधो की वृद्धि,पौधों मे हर मौसम को सहने की शक्ति ,पौधो में अधिक शाखायें, सभी शाखाओं में एकसार फलिया, सभी फलियों में एकसार दानें मिलते है, पीला मौजेक वायरस के प्रती सहनशील।

Moong Seed : IFSA बंसी गोल्ड मूंग की अधिक पैदावार लेने का सबसे आसान तरीका ,जानिए

 समय,बीज की मात्रा और तरीका :

इसके लिए भूमि ऐसी हो जिसका पीएच मान सामान्य हो। इसमें गहरी जुताई करके खेत को समतल करने के बाद बिजाई करें। जायद में फरवरी से अप्रैल तक बिजाई कर सकते हैं, जबकि खरीफ में जून और जुलाई में बिजाई की जा सकती है। जहाँ तक बीज की मात्रा की बात है तो जायद में 12 -15 किलो /एकड़ तथा खरीफ में 6 -8  किलो बीज प्रति एकड़ पर्याप्त है। बिजाई के लिए जायद में कतार से कतार की दूरी 9 -10 इंच और खरीफ में 12 -18 इंच रखनी चाहिए। आवश्यक उर्वरक , सूक्ष्म पोषक तत्वों के प्रयोग और समेकित कीट प्रबंधन से जायद में मूंग का अधिकतम उत्पादन पाया जा सकता है।

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 रोग नियंत्रण :

मूंग का अधिक उत्पादन लेने के लिए खरपतवार का नियंत्रण बहुत ज़रूरी है। मूंग में प्रायः सुंडी आती है , जिसके नियंत्रण के लिए प्रोक्लेम की दवा अच्छी कारगर है। फूल से फली बनने की अवस्था पर मोनोक्रोटोफॉस का स्प्रे 10  दिनों के अंतराल से करें। मूंग में यदि सरकोसपेरा केनेसिस  रोग दिखाई देने पर कॉपर आक्सीक्लोराइड का स्प्रे कर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

पौधों की ताकत और परिपक्वता :

बंशी मूंग की फसल में 45 -50  की अवस्था में  बोरोन , मैग्नीशियम और एनपीके का स्प्रे करने से पौधों की ताकत बढ़ती है , जिससे अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। अन्य किस्मों की तुलना में बंशी मूंग 60 -65 दिन में एक साथ पक कर तैयार हो जाता है, जिसे  खड़े कम्बाइन के द्वारा काटा जा सकता है।

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