गिनी फाउल क्या है ? कम लागत बनेगी डबल आमदानी का जरिया , जाने कैसे
गिनी फाउल क्या है ? कम लागत बनेगी डबल आमदानी का जरिया , जाने कैसे

गिनी फाउल क्या है ? कम लागत बनेगी डबल आमदानी का जरिया , जाने कैसे : अगर आप भी घर बैठे कम लागत में 8 से 10 लाख रुपए की जबरदस्त कमाई करना चाहते हैं, तो आप गिनी फाउल पक्षी का पालन कर सकते हैं। यह पक्षी आपको बहुत ही कम लागत में जबरदस्त मुनाफा देगा। आप घर बैठे इस पक्षी का पालन कर व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
गिनी फाउल क्या है ? कम लागत बनेगी डबल आमदानी का जरिया , जाने कैसे :
गिनी फाउल क्या है ? :
सामान्य मुर्गी प्रजाति के तरह एक पक्षी होता हैैं जो अफ्रीका से उत्पन्न हुए हैं। अफ्रीका में कई पोल्ट्री किसान Guinea Fowl Production खेती का व्यवसाय सफलतापूर्वक कर रहे हैं। गिनी को कभी गिनी मुर्गी, पिंटेड या ग्लानी भी कहा जाता है। वे वास्तव में जंगली पक्षी है, लेकिन अब ये घरेलू हो गए है । गिनी मुर्गीे टर्की, पार्टीरिड्स और तीतर पक्षियों से संबंधित हैं । गिनी मुर्गी बहुत साहसी, जोरदार आवाज करनेवाले और रोग मुक्त पक्षी हैं। वर्तमान में वे न केवल अफ्रीका में उपलब्ध हैं, बल्कि दुनिया भर में पाए जाते हैं और लोकप्रिय हैं। कई कारणों से लोग गिनी मुर्गी की खेती करना पसंद करते हैं। जब भी खेत में या फार्म में कुछ भी असामान्य होता है तो गिनी मुर्गी जोरदार आवाज निकलती है यानी एक प्रकार का अलार्म बजाती है।
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गिनी फाउल लागत :
वह किसान जिनके पास कम ज़मीन है, उन किसानों के लिए गिनी फाउल बहुत उपयोगी है। इसलिए इसे लो इन्वेस्टमेंट बर्ड भी बोलते हैं, इसके रहने के लिए घर में कोई खर्च नहीं लगता है और न ही इसके दाने और दवाई पर अलग से खर्च करना होता है।
” इसका जो आवास बनाया जाता है, वो बस इसे रखने के लिए बनाया जाता है। धूप, सर्दी और बारिश का इनपर असर नहीं होता है, अगर इन्हें खुले में भी रखते हैं तो कोई असर नहीं पड़ता है। दूसरी चीज जो फीड के बारे में, किसी भी मुर्गी पालन की अगर बात करें तो 60 से 70 प्रतिशत खर्च उत्पादन लागत फीड पर ही आती है। लेकिन गिनी फाउल पालन में आपका ये खर्च बच जाता है। क्योंकि ये चुगती हैं, तो जो छोटे किसान हैं और गाँव में बूढ़े और बच्चे इन्हें चराकर (चु्गाकर) ला सकते हैं। इसलिए वहाँ पर थोड़ा बहुत दाना देने की ज़रूरत पड़ती है। इससे आपका आहार का खर्च भी बच जाता है।
डबल आमदनी :
आज कई राज्यों के किसान इन पक्षियों का पालन कर इनके अंड़े और मांस दोनों से लाखों रुपए की आमदनी कर रहे हैं। देखा जाए तो बिहार राज्य के कई किसान इस पक्षी के पालन से हर साल 8 से 10 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं। ऐसे में आप अगर 1 हजार गिनी फाउल पक्षी का पालन करते हैं, तो इसके लिए आप को 150000 से 200000 रुपए खर्च करने पड़ेंगे और इसके पालन से आप कई गुना अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।
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