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इस तरीके से करिए सोयाबीन की खेती और हो जाइए मालामाल, जानिए खेती का तरीका

इस तरीके से करिए सोयाबीन की खेती और हो जाइए मालामाल, जानिए खेती का तरीका,तो दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारत में रवि की फसलों की खेती के बाद अधिकतर किसान खरीफ की खेती के लिए जमीन तैयार कर लेते हैं इससे कि उनको ऊपर अच्छी मिल सके. और आप सबको तो पता ही है कि खरीफ की फसल में सोयाबीन एक मुख्य फसल है. साथियों सोयाबीन मध्य भारत की एक महत्वपूर्ण तिलहनी फसल है. इसी के साथ आपको बता दे की सोया खली में निर्माण से लगभग 4000 करोड़ की विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है जिससे मध्य प्रदेश का हिस्सा सर्वाधिक है. इसी के साथ आपको बता दे कि भारतवर्ष में 50% से भी अधिक सोयाबीन का उत्पादन केवल मध्य प्रदेश में ही होता है.

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तो दोस्तों अगर आप भी सोयाबीन का बहुत बड़ी मात्रा में बुवाई करते हैं तो आपको बता दे की सोयाबीन की फसल आमतौर पर 4 से 5 इंच वर्षा होने पर की जाती है. और आपको बता दे की इतनी बारिश तो भारत में 20 जून तक सामान्य मानसून रहने पर भी हो जाती है. और तभी से इसकी बुवाई भी शुरुआत हो जाती है. आपको बता दे कि अगर आप इस समय पर बाय करते हैं तो आपकी फसल बहुत अच्छा रिस्पांस देती हैं लेकिन कुछ दिनों की डील करने के पश्चात इसमें आपको कुछ विशेष प्रभाव नहीं देखने को मिलता. इसलिए मानसून की देरी होने पर जहां सिंचाई के साधन उपलब्ध हो वहां पर ही बुवाई करें.

इस तरीके से करिए सोयाबीन की खेती और हो जाइए मालामाल, जानिए खेती का तरीका

तो लिए आपको इसकी बुवाई का सही तरीका बताते हैं. सबसे पहले तो आपको बता दे की खेत में सोयाबीन की बुवाई करते समय कतर से कतर की दूरी 45 सेंटीमीटर होनी जरूरी है. साथी आपको बता दे कि जिन सोयाबीन की किसमे ज्यादा फैलती नहीं है उसे आप 30 सेंटीमीटर की कतार पर भी लगा सकते हैं. इसी के साथ ध्यान रहे कि पौधे से पौधे की दूरी भी 5 से 7 सेंटीमीटर होनी चाहिए. वहीं दूसरी तरफ बुवाई का कार्य मेड – नाली विधि एवं चौड़ी पटी – नाली विधि से करने से सोयाबीन की पैदावार में वृद्धि अधिक होती है एवं नमी संरक्षण तथा जल निकासी में भी यह विधि अत्यंत लाभदायक मानी जाती है. आप इसकी बुवाई के लिए दूफन, तीफन या सीड ड्रिल का प्रयोग कर सकते हैं. यह ध्यान रखी बुवाई के समझ जमीन में नमी होना आवश्यक है और बीज की गहराई 2.5 से 3 सेंटीमीटर होनी चाहिए.

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अगर आप भी सोयाबीन की खेती से बहुत तगड़ा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको थोड़ा अधिक खर्च करके इसकी टॉप वैरायटी की बुवाई करनी चाहिए. अगर आपको इसके बारे में नहीं पता है तो हमारी सलाम आने तो आप मुख्य रूप से इसकी जेएस 20-34, जेएस 20-69, जेएस 20-98, आरवीएस प्रज्ञा 2001-18, आरवीएसएम 11-35, केडीएस 726 इत्यादि वैरायटी की बुवाई कर सकते हैं.यह सोयाबीन की बहुत ही उन्नत किस्म मानी जाती है जिसे किसानों को बहुत ज्यादा लाभ मिलता है.

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