Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कोविड केस बढ़े, 75% मरीज रायपुर-बिलासपुर से मिले,अगले 10 दिनों में और बढ़ सकते हैं मामले..

Chhattisgarh News छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना संक्रमण सक्रिय होता दिख रहा है। बीते दो दिनों में प्रदेश में 22 नए कोरोना मरीज सामने आए हैं। मंगलवार को 14 और बुधवार को 8 संक्रमितों की पुष्टि हुई। राजधानी रायपुर और बिलासपुर सबसे अधिक प्रभावित हैं, जहां से कुल मामलों का 75% सामने आया है। अब तक राज्य के 10 जिलों में संक्रमण फैल चुका है।
कुल संक्रमित और एक्टिव मरीज
अब तक राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या 139 हो चुकी है, जिनमें से 67 मामले रायपुर और 36 बिलासपुर से हैं। वर्तमान में प्रदेश में 56 एक्टिव केस हैं, जिनमें 41 मरीज होम आइसोलेशन में और 15 अस्पतालों में भर्ती हैं। 82 मरीज अब तक स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
संक्रमण की रफ्तार और रिकवरी दर
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में फिलहाल कोरोना की दैनिक वृद्धि दर 23.1% है और रिकवरी रेट 56.41% पर है। हालांकि यह संतोषजनक मानी जा रही है, लेकिन कोरोना से हुई पहली मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। सभी सरकारी अस्पतालों में मेडिकल स्टाफ को जरूरी ट्रेनिंग दी जा रही है।
आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं मामले
विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि संक्रमण की मौजूदा रफ्तार बनी रही तो अगले 10 दिनों में कुल मामले 190 के पार पहुंच सकते हैं। इनमें से 112 मरीजों के ठीक होने की संभावना है, जबकि 78 एक्टिव केस रह सकते हैं। इन अनुमानित नए मरीजों में 14 को अस्पताल में भर्ती किए जाने की जरूरत पड़ सकती है, बाकी होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हो सकते हैं।
पहली मौत से बढ़ी चिंता
सोमवार को प्रदेश में कोरोना के JN.1 वैरिएंट से पहली मौत दर्ज की गई है। मृतक राजनांदगांव निवासी था और रायपुर के एक निजी अस्पताल में डायलिसिस के लिए आया था। इलाज के दौरान जांच में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसकी मौत हो गई।
प्रशासन सतर्क, तैयारी शुरू
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। मेडिकल स्टाफ को सैंपल कलेक्शन से लेकर इलाज तक की ट्रेनिंग दी जा रही है। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा, बालोद, महासमुंद और बेमेतरा सहित 10 जिलों में अब तक संक्रमण के केस सामने आए हैं।
जोखिम में हैं गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोग
Chhattisgarh News चिकित्सकों का कहना है कि नया वैरिएंट खास तौर पर पहले से बीमार लोगों के लिए खतरा बन सकता है, जैसे कि डायबिटीज, हृदय रोग या चेन स्मोकर मरीज। ऐसे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।