Amarnath Yatra 2025 Registration MP: अमरनाथ की यात्रा इस तारीख से होगी शुरू, रजिस्ट्रेशन करने से पहले एक बार जरूर पढ़ ले यह नियम?

Amarnath Yatra 2025 Registration MP मध्य प्रदेश से अमरनाथ जाने की इच्छा रखने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है. बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जल्द ही अमरनाथ की यात्रा 3 जुलाई से शुरु होने वाली है. बता दें कि इस बार अमरनाथ यात्रा 2025 केवल 38 दिनों की होगी जो बाकी सालों के मुताबिक बहुत कम है. मध्य प्रदेश से अमरनाथ की यात्रा करने वाले इच्छुक दर्शनार्थी जल्द ही अपना रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी कर लें जो 14 अप्रैल से शुरु होने वाला है.
मध्य प्रदेश टू अमरनाथ
बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले इच्छुक भक्तों के लिए जरूरी खबर है. इस बार अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए मध्य प्रदेश में 14 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. जो भी यात्री अमरनाथ यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे वे बायोमेट्रिक के जरिए ऑफलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर अपने आप को इस यात्रा का पात्र बना सकते हैं. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आप अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट https://jksasb.nic.in पर जाकर खुद को रजिस्टर करवा सकते हैं. इसके अलावा भक्त मोबाइल एप के जरिए भी अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
इतने दिनों बाद शुरू हो रही यात्रा
बता दें कि इस बार अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त यानी रक्षाबंधन तक चलेगी. इस बार ये यात्रा केवल 38 दिनों की होने वाली है जो बीते 10 सालों में इस बार की यात्रा सबसे कम दिनों की है. इच्छुक भक्त मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जम्मू कश्मीर बैंक शाखा, पंजाब नेशनल बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में भी जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
यात्रा से पहले इन बातों का जरूर रखें ध्यान
बाबा बर्फानी के दर्शन कर खुद को भाग्यशली बनाने वाले भक्त इन जरूरी बातों का जरूर ध्यान रखें कि अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने वाले श्रद्धालु की उम्र 13 साल से ज्यादा और 70 साल से कम होनी चाहिए. 12 से कम उम्र और 70 से अधिक उम्र वाले लोग यात्रा नहीं कर सकेते हैं. एडवांस रजिस्ट्रेशन के लिए 8 अप्रैल से या उसके बाद के स्वास्थ्य प्रमाणपत्र बना होना चाहिए. 6 महीने की गर्भवती महिला श्रद्धालु भी अमरनाथ यात्रा कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए डॉक्टर का स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जरूर होना चाहिए.
अमरनाथ यात्रा का महत्व
Amarnath Yatra 2025 Registration MPबता दें कि अमरनाथ गुफा का इतिहास हजारों साल पुराना है. यहां बर्फ के पानी की बूंदें लगातार टपकती रहती हैं, जिससे 10-12 फीट ऊंचे शिवलिंग का आकार होता है. बताया जाता कि अमरनाथ शिवलिंग की ऊंचाई चंद्रमा के घटने-बढ़ने के साथ-साथ घटती-बढ़ती रहती है. अमरनाथ गुफा श्रीनगर से करीब 145 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. अमरनाथ यात्रा का महत्व इसलिए है, क्योंकि इसी स्थान पर भगवान शिव ने पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था. इसी कारण इस ऐतिहासिक धार्मिक स्थल का लाखों लोग दर्शन करते हैं वहीं केवल भोपाल का बात करें तो यहां से हर साल 12 हजार से 15 हजार और मध्य प्रदेश से तकरीबन 35 हजार से 40 हजार भक्त बाबा के दर्शन के लिए यात्रा करते हैं.