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Innovation और स्टार्टअप्स में भारत ने रचा इतिहास

Innovation:इनोवेशन की रैंकिंग बताती है कि दुनिया की कौन सी अर्थव्यवस्था अपने विकास में इनोवेशन को अहमियत देती है. इस रैंकिंग में 132 देशों की तुलना की जाती है और उनके नवाचार की मजबूती और कमजोरी का आकलन किया जाता है. इस बार की रैंकिंग का थीम ‘इनोवेशन ड्रिवेन ग्रोथ’ था.

भारत ने नवाचार (इनोवेशन) और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में बड़ी ऊंचाई हासिल की है. ये ऊंचाई ऐसी है जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. इनोवेशन और स्टार्टअप्स जैसे क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें रोजगार की अपार संभावनाएं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) व्यक्तिगत तौर पर इन दोनों क्षेत्रों को विकास का इंजन मानकर चलते हैं. इनसे जुड़े हरेक पहलू पर वे बारीकी से नजर रखते हैं. साथ ही, मौका मिलते ही वे पूरी दुनिया को बताते हैं कि भारत इनोवेशन और स्टार्टअप्स की दुनिया में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बेंगलुरु में भारत की विकास यात्रा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत गरीबी के खिलाफ जंग में टेक्नोलॉजी को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत की टेक्नोलॉजी और इनोवेशन ने पहले ही दुनिया को प्रभावित किया है, लेकिन भविष्य में यह भूमिका और भी बड़ी होगी. उन्होंने स्टार्टअप्स के बारे में भी बताया.

पीएम मोदी ने कहा कि भारत इस साल वैश्विक नवाचार सूचकांक (ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स) में 40वें स्थान पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा, ‘2015 में हम 81वें स्थान पर थे. भारत में यूनिकॉर्न स्टार्टअप की संख्या 2021 से दोगुनी हो गई है. अब हम दुनिया में तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप केंद्र हैं. हमारे पास 81,000 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स हैं. सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय कंपनियां हैं, जिनके भारत में रिसर्च और डेवलपमेंट सेंटर हैं. यह भारतीय प्रतिभा के कारण संभव हो सका.’

इनोवेशन में भारत का स्थान
Innovation:वर्ल्ड इनोवेशन इंडेक्स (GII) में भारत को इस बार 40वां स्थान मिला है. कभी यह स्थान 80 पर हुआ करता था. इनोवेशन की रैंकिंग यह बताती है कि भारत अपने विकास को नवाचार से जोड़ते हुए किस तेजी से आगे बढ़ रहा है. भारत के लिए यह उपलब्धि इसलिए खास है क्योंकि इस इंडेक्स की घोषणा कोविड-19 महामारी के साये में हुई है. कोविड के चलते पूरी दुनिया में प्रोडक्टिविटी ग्रोथ रुकी रही, लेकिन भारत अपने मिशन में लगा रहा. नतीजा हुआ कि कभी 80वें स्थान पर रहा भारत अब 40वें स्थान पर है.

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