Advertisement Carousel
Advertisement Carousel
छत्तीसगढ़ न्यूज़ (समाचार)

छत्तीसगढ़: नक्सल इलाके में पहली सरकारी यात्री बस की मिली सौगात

Chhattisgarh News Bijapur : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले को तेलंगाना और महाराष्ट्र से जोड़ने के लिए सरकारी यात्री बस की शुरुआत की गई है, बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी और कलेक्टर राजेश कटारा ने इस बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, साथ ही कई किलोमीटर तक इस बस में सफर भी किया, दरअसल बीजापुर को महाराष्ट्र और तेलंगाना से जोड़ने के लिए तिमेड़ में इंद्रावती नदी पर करोड़ों रुपए की लागत से पुल का निर्माण किया गया है और अब इस पुल के बन जाने से बीजापुर से महाराष्ट्र और तेलंगाना के लिए सरपट यात्री बसें दौड़ रही है.

वहीं अब पहली बार अंर्तराजिय सरकारी बस इस रूट में चलने से बीजापुर जिले के गरीब और मध्यम तबके के लोगों के साथ ही नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को काफी राहत मिलेगी, इस रूट पर चलने वाली प्राइवेट बसों के किराए से सरकारी बस में किराया काफी कम है जिस वजह से बीजापुर वासियों में काफी खुशी है.

महंगे किराये से ग्रामीणों को मिलेगा छुटकारा बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने जानकारी देते हुए बताया कि बीजापुर सरहद से तेलंगाना के मंचरियाल जिले तक चलने वाली इस सरकारी बस का किराया 225 से 250 रु. होगा, करीब 200 किलोमीटर के इस रूट पर नक्सल प्रभावित इलाके के अंदरूनी गांव में रहने वाले ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी.

सरकारी बस के परिचालन को शुरू करने के लिए बीजापुर के विधायक और जिला प्रशासन ने पड़ोसी राज्य तेलंगाना सरकार और मंचरियाल जिला प्रशासन से बात कर बस को छत्तीसगढ़ तक चलाने की मांग की थी और आखिरकार तेलंगाना सरकार ने इसकी मंजूरी दी और अब हर रोज इस बस का लाभ क्षेत्रवासियो को मिल सकेगा…

सीधे रेलवे जंक्शन से जुड़ सकेंगे बीजापुर वासी बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने बताया कि यह इलाका नक्सलियों का गढ़ है इसी वजह से पुल निर्माण के काम में वक्त लगा, लेकिन पुल बनने से अब अर्न्तराज्जिय बस सेवा शुरू हो चुकी है, जिससे लोगों को काफी मिलेगा, उन्होंने बताया कि हालांकि बीजापुर से तेलंगाना और महाराष्ट्र को जोड़ने के लिए कुछ प्राइवेट बसें चलती है.

जिनमें लगभग 500 से 700 किराया वसूला जाता है, इस वजह से इलाके के लोगों की मांग के बाद तेलंगाना सरकार से अंतरराज्जिय बस सेवा शुरू करने की मांग की गई, उन्होंने बताया कि यह बस बीजापुर बस स्टैंड से निकलकर भोपालपटनम के बाद महाराष्ट्र के आसरेली, सिरोंचा होते हुए तेलंगाना के चेन्नूर और फिर मंचरियाल पहुंचेगी और शाम के समय मंचरियाल से निकलकर बस बीजापुर तक यही रूट से पहुँचेगी…

नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को मिलेगा फायदा इधर तेलंगाना राज्य का मंचरियाल जिला शिक्षा ,स्वास्थ्य ,रोजगार की दृष्टि से काफी विकसित है, ऐसे में बीजापुर जिले के बच्चों को पढ़ाई के लिए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जाने की बजाय मंचरियाल जाना ज्यादा फायदेमंद होगा, वही जिले की बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ भी छत्तीसगढ़ वासियों को यहां मिल सकेगा.

इसके अलावा मंचरियाल रेलवे जंक्शन भी है, यहां से साउथ के लिए बहुत सी ट्रेनें चलती है और बीजापुर इलाके में नक्सल मोर्चे पर तैनात जो जवान साउथ के रहने वाले हैं उन्हें यहां से आसानी से किसी भी शहर के लिए आसानी से ट्रेन मिल जाएगी.

Related Articles

Back to top button