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Iran-Israel War: ईरान ने इजराइल के साथ जंग का किया ऐलान, इजराइल के विभिन्न शहरों पर दागीं 25 मिसाइलें …

ईरान-इज़राइल युद्ध  ईरान और इज़राइल के बीच जारी युद्ध में अब एक नया मोड़ आ गया है। ईरान के प्रमुख नेता आयतसाद अली खामेनेई ने रविवार को जंग का दावा करते हुए (एक्स) पर लिखा, “हैदर के नाम पर जंग शुरू हो गई है। हम मुस्लिम यहूदी शासन को सख्त जवाब देंगे।” उनके इस पोस्ट के बाद ईरान ने इजराइल के विभिन्न शहरों पर 25 मिसाइलें दागीं। इजराइल में भी हुए हमलों का जवाबी दावा. इसके बाद ईरान ने इजराइल की ओर से फत्ताह मिसाइलें दागीं। इधर, अमेरिका ने यरूशलम में तीन दिनों के लिए अपना दूतावास बंद कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि, हमें पता है कि खामेनेई कहां छिपा है। अब रियल का अगला कदम क्या होगा, इसपर एसोसिएट्स टिकी हैं।

हैदर और अली

हैदर एक ऐसा नाम है जिसका इस्तेमाल अक्सर हजरत अली के लिए किया जाता है, जिसमें शिया मुस्लिम पहले इमाम और पैगम्बर मोहम्मद के उत्तराधिकारी माने जाते हैं। वह इस्लामी इतिहास में एक केंद्रीय व्यक्ति थे और सुन्नी मुसलमानों को चौथा खलीफा (खलीफा) मानते हैं।

 

वह पैगम्बर मोहम्मद के दोस्त और उनकी बेटी जेहरा फातिमा के पति भी थे। अली का अरबी अर्थ ‘शेर’ होता है, जो शक्ति, साहस और नेतृत्व का प्रतीक है। लीडर की लड़ाई का एलान करते हुए ‘हैदर’ शब्द का इस्तेमाल करना अली की विरासत को याद करता है और इसका इस्तेमाल अक्सर संघर्ष के समर्थन के लिए किया जाता है।

जुल्फिकार का मतलब क्या है?

अली खामेनेई ने अपनी पोस्ट में लिखा, “अली अपने ‘जुल्फिकार’ के साथ ‘ख़बर’ लौटता है।” जुल्फिकार इमाम अली की दोधारी तलवारों को कहा जाता है, जो इस्लामी परंपरा में ईश्वरीय न्याय, शक्ति और जीत का प्रतीक है। इसे अक्सर एशिया के समारोहों के पोस्टरों, बैनरों में चित्रित किया जाता है और यह अली के शासन का प्रतिनिधित्व करता है।

 

अली खामेनेई की पोस्ट में जुल्फिकार ने युद्ध के लिए तत्परता और दुश्मनों के खिलाफ अल्लाह की मदद की कल्पना की थी। साथ ही शक्ति और संकल्प का मॉडल लॉन्च किया जा रहा है।

 

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खबर है कि जापानियों ने जापानियों को हराया था

ईरान-इजरायल युद्ध की खबर इस्लाम की एक ऐतिहासिक जंग है। खैबर की लड़ाई 628 ई. एक लड़की की हत्या कर दी गई, जिसमें पैगम्बर मोहम्मद और उनके शिष्यों ने इमाम अली के नेतृत्व में अरब में खैबर के यहूदी काबिलों को हराया था। खबर की लड़ाई एक खतरनाक और विनाशकारी शत्रु पर जीत का प्रतीक है।

 

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