कृषि समाचार

किसान भाइयो के लिए बड़ी खबर ,31 मार्च तक ऋण चुकाने पर मिल सकेगी ब्याज पर सब्सिडी

किसान भाइयो के लिए बड़ी खबर ,31 मार्च तक ऋण चुकाने पर मिल सकेगी ब्याज पर सब्सिडी फसलों को उगते है जिनके लिए उन्हें नकदी की जरुरत पड़ती है , लेकिन कुछ करने की वजह से कई किसानो के पास नकदी बहुत काम काम मात्रा में होती है ,पर अब किसानो को नकदी के लिए टेंशन लेने की जरुरत नहीं आपको तो पता ही है की हमारे देश में किसान भाई ही ऐसे में किसान लोन लेकर अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं। किसानों की इसी समस्या को समझते हुए सरकार की ओर से किसानों को हर खरीफ व रबी सीजन में ब्याज मुक्त फसल ऋण योजना के तहत ऋण उपलब्ध कराया जाता है। यह ऋण किसानों को सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है।

अब Kawasaki कम्पनी दे रही है अपनी जोरदार पावरफूल और लेटेस्ट फीचर अपडेट स्पोट्स ऑफर, जाने पूरी जानकारी

आपको बता दे की इस योजना के तहत समय पर ऋण का भुगतान करने पर किसान दुबारा से ब्याज मुक्त फसल ऋण ले सकते हैं। जिन किसानों ने पिछले खरीफ सीजन में फसल ऋण लिया था, उन किसानों को 31 मार्च 2024 तक ऋण की अदायगी करनी होगी, क्योंकि खरीफ फसल ऋण 2023 चुकाने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 है। आपको बता दे की जानकारी मुताबिक किसानो के ऋण चुकाने की तारीख को आगे नहीं बढ़ाया जावेगा , इसलिए किसान अंतिम तिथि के पहले अपना फसल ऋण चुकाना होगा , फिर से बता दे की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 है।

ऋण चुकाने में किसानो को क्या आ रही है दिक्कत

जैसा की आपको पता है की हमारे देश में अलग अलग राज्यों मैं किसान खेती करते है, बताया जा रहा है की राजस्थान के जोधपुर में खरीफ 2023 में करीब 60 हजार किसानों ने करीब 400 करोड़ रुपए का ऋण लिया था। किसानों को यह ऋण सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की ओर से जीएसएस के जरिये बांटा गया था। इस सीजन में बारिश नहीं होने से खेतों में खड़ी फसलें खराब हो गई थी। ऐसे में इन किसानों के सामने ऋण चुकाने को लेकर चुनौती बहुत है ।

किसान भाइयो के लिए बड़ी खबर ,31 मार्च तक ऋण चुकाने पर मिल सकेगी ब्याज पर सब्सिडी

आपको बता दे की इन किसानों को विभाग की ओर से 31 मार्च तक बकाया ऋण चुकाने के लिए नोटिस दिए जा चुके है। किसानों का कहना है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल की सरकारी खरीद 15 अप्रैल से शुरू होती है, ऐसे में किसान 31 मार्च 2024 तक कर्ज कैसे चुका पाएंगे। बता दें कि सहकारी समितियों के माध्यम से जिले के करीब 94 हजार किसानों को फसली ऋण वितरित किया गया था जिसमें से 34 हजार किसानों ने ऋण दे दिया है। पर बाकि किसान भाई लोग ऋण नहीं भर पाए है।

किसानो को इस ऋण पर लिटन लगता है ब्याज ?

आपको तो पता ही होगा की कोई भी बैंक की ब्याज दर 9 प्रतिशत होती है, लेकिन सहकारी समिति को इसमें 2 प्रतिशत की छूट दी जाती है। ऐसे में सहकारी समिति से मिलने वाले ऋण की ब्याज दर 7 प्रतिशत होती है। लेकिन सरकार की ओर से ब्याज मुक्त फसल ऋण योजना के तहत किसानों को यह ऋण बिना ब्याज के दिया जाता है। यदि किसान निर्धारित अंतिम तिथि तक ऋण चुकाना होता है , अगर वह ऋण नहीं चुका पाता तो उसे निर्धारित ब्याज दर के साथ उसने जितना ऋण लिया है उसकी राशि उस किसान को वापस करना होता है जो की कोई किसान देता है और कोई किसान नहीं दे पाता है ।

तत्कालआधार कार्ड की फोटो अपडेट करें मात्र 2 मिनट में सिंगल click देखे पुरी प्रोसेस

Related Articles

Back to top button