105 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी आज से

Raigarh News प्रदेश में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 नवंबर बुधवार से शुरू होगी। रायगढ़ जिले की 69 समितियों में 105 खरीदी(ऊपार्जन) केंद्र हैं। जिला विपणन विभाग के मुताबिक जिले के केंद्रों में खरीदी संबंधी तैयारी पूरी कर ली गई है।
फड़ की सफाई, मॉइस्चर मीटर, कम्प्यूटर, प्रिंटर समेत तमाम संसाधन व्यवस्थित कर लिए गए हैं। पहली बार बायोमेट्रिक उपस्थिति या पहचान के बाद खरीदी की जाएगी, लेकिन बायोमेट्रिक मशीन मिल नहीं सकी है। इससे खरीदी प्रभावित नहीं होगी। जिले में धान खरीदी की बोहनी 6 नवंबर को होगी क्योंकि पहला टोकन इसी दिन के लिए कटा है। जिले में पिछले साल 78 हजार 539 किसानों ने धान बेचा था। मंगलवार की शाम तक 99.68 फीसदी किसान कैरी फॉरवर्ड किए जा चुके थे। इस बार धान बेचने वाले किसानों की संख्या बढ़ सकती है। जिले में 69 समितियां और 105 उपार्जन केंद्र हैं। किसानों की सुविधा के लिए इस बार किसान के साथ ही उसके नॉमिनी के आधार और बायोमेट्रिक सीडिंग की गई है। किसान खुद या अपने नॉमिनी के जरिए धान बेच सकते हैं।
जिले में इस बार पांच लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। जिला विपणन अधिकारी प्रवीण पैकरा ने बताया कि धान खरीदी की तैयारी पूरी कर ली गई है। समितियों को पिछले साल हुई खरीदी के आधार पर तीन रुपए प्रति क्विंटल की दर से राशि ट्रांफसर की गई है। यह राशि धान खरीदी के इंतजाम के लिए दी जाती है। धान बेचने वाले किसानों को भुगतान के लिए शासन स्तर पर अपेक्स बैंक का राशि ट्रांसफर की जाएगी।
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अभी नहीं मिल सकेगी बायोमेट्रिक मशीन, मैन्युअल की जाएगी खरीदी धान खरीदी में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए इस बार शासन ने बायोमेट्रिक पद्धति से खरीदी की व्यवस्था की है। यानि जो किसान खुद या अपने नॉमिनी के जरिए धान बेचेगा उसके बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही धान बेचा जा सकेगा। सभी उपार्जन केंद्रों में बायोमेट्रिक मशीन दी जानी है। मार्कफेड अधिकारी पैकरा के मुताबिक शासन स्तर पर टेंडर हो चुका है, खरीदी होते ही बायोमेट्रिक मशीन केंद्रों को मिल जाएगी। हालांकि इससे धान खरीदी प्रभावित नहीं होगी। किसानों के आधार लिंक्ड और पंजीकृत मोबाइल पर ओटीपी के जरिए भी खरीदी प्रक्रिया पूरी हो सकेगी।
Raigarh News बारदानों की नहीं होगी कमी जिले में धान खरीदी के लिए 25 हजार गठान बारदानों की जरूरत है। इसमें 13 हजार नए और 12 हजार गठान पुराने बारदाने उपलब्ध कराए जाएंगे। मंगलवार तक जिले को 11 हजार गठान नए बारदाने मिल चुके हैं। आठ हजार गठान समितियों को भेजे जा चुके हैं। पुराने बारदानों में 9 हजार गठान पीडीएस बारदाना मिल चुके हैं। अफसरों के मुताबिक खरीदी केंद्रों में बारदानों की कमी नहीं होगी। बाकी बारदाने जल्द ही पहुंचा दिए जाएंगे। जिले में धान की खरीदी में तेजी 15 नवंबर के बाद होती है। इस बार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 17 नवंबर को है, इसलिए माना जा रहा है कि धान की आवक 18 नवंबर से बढ़ेगी।



