RGH NEWS प्रशांत तिवारी अब हम Corona के community transmission की ओर बढ़ने वाले है ,रायगढ़ की प्रबुद्ध जनता को स्वयं से सामने आकर दुकानो को केवल दो दिन खोलने की माँग जिला प्रशासन से कर पूरे राज्य और देश में मिशाल पेश करनी चाहिए।
दिल्ली निजामुद्दीन से छत्तीसगढ़ आए तबलीगी जमात के सदस्य पर राज्य सरकार की कड़ी नजर है। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के लोगों की सूची दी है। सूची के आधार पर पहचान के बाद कुछ को क्वॉरेंटाइन और कुछ को आइसोलेशन में रखा गया है, और इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य और पुलिस विभाग को दी गई है, इस लिस्ट में रायगढ़ के भी कुछ लोगों का नाम सामने आया है, इसके बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस सतर्क हो गई है। यहां के हर नागरिक को भी सतर्क रहने की जरूरत है,अब तक इस जिले में एक भी प्रकरण कोरोनावायरस से पीड़ित व्यक्ति का नहीं आया है, और भगवान ना करें ऐसी स्थिति आगे आए।
समाज के कुछ प्रबुद्ध जन का कहना है कि जरूरत के सामान लेने के लिए हफ्ते में 2 दिन किया जाए
जिला प्रशासन आम जनता की जरूरत को देखते हुए कुछ जरूरी सामान लेने के लिए सुबह 5 से 9 बजे तक तक की छूट दे रखी है। इस छूट का कुछ लोग गलत फायदा उठा रहे हैं और इस बीमारी की रोकथाम के लिए जो जरूरी है उसे मान नहीं रहे। इन्हीं को देखते हुए जिला प्रशासन को हफ्ते में 2 दिन की छूट देनी चाहिए जिससे लोग जरूरी सामान खरीद कर अपने घर में लाँक डाउन हो सके।
पिछले 24 घंटे की बात करें तो देश में कोरोना के मामले में इजाफा हुआ है, और रायगढ़ में भी कुछ बाहर प्रदेश से आएं हैं दिल्ली के मामले को देखते हुए हम सभी को सचेत रहने की जरूरत है ।
कोरोना वायरस जैसे गंभीर बीमारी को लेकर समाज का हर वर्ग चिंतित है मगर कुछ लोग ऐसे हैं जो अभी भी अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य समाज के प्रति नहीं दिखा रहे हैं नगर निगम का कार्य यदि पुलिस करने लगे तो कितने आश्चर्य की बात है सतीगुड़ी चौक में पिछले दिनों इसी का नजारा देखने को मिला, पुलिस के अधिकारी खुद ही खडे होकर दवा का छिड़काव करवा रहे थे। अभी भी समय है सभी को अपनी जिम्मेदारी और समाज के हित के बारे में सोचने की, गंभीर कोरोना वायरस को पूरे जिले में कैसे खत्म किया जाए उस पर विचार करना चाहिए।
शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है जमीनी स्तर पर गिनती के अधिकारी होते हैं एसपी, एडिशनल एसपी, सीएसपी,एसडीएम, अपर कलेक्टर,नायब तहसीलदार, आयुक्त,स्वास्थ्य कर्मचारी, निगम कर्मचारी,और पुलिस कर्मचारी, बाकी विभागों के अधिकारी तो दिखते ही नहीं है।