स्वास्थ्य

*✍️सेनिटाइजर के ज्यादा इस्तेमाल से बीमारी का है खतरा पढ़ें पूरी खबर, बरतें सावधानी✍️*

 

RGH NEWS विकास सोनी क्‍या आप भी सेनिटाइजर का इस्‍तेमाल करते हैं? बिल्‍कुल करते होंगे क्‍योंकि आजकल लगभग सभी लोग साफ-सफाई को लेकर इतने सजग हैं कि वह घर से बाहर या ऑफिस के इस्‍तेमाल के लिए अपने बैग मे सेनिटाइजर रखना बहुत जरूरी मानते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि सेनिटाइजर के अधिक इस्‍तेमाल से आपकी त्‍वचा ही नहीं बल्कि आपके स्‍वास्‍थ्‍य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। जी हां यह एक ऐसा लिक्विड है, जो आपके लिए हानिकार‍क हो सकता है। त्‍वचा में जलन ही नहीं, बल्कि मांसपेशियों को नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं, कैसे?

नोरोवायरस का खतरा

अमेरिकी केंद्रों में एपिडेमिक इंटेलिजेंस सर्विस के द्धारा किए गए एक अध्‍ययन के अनुसार, जो लोग नियमित रूप से हाथ धोने के लिए सेनिटाइजर का इस्‍तेमाल करते हैं, वह लगभग 6 गुना नोरोवायरस के शिकार थे। यह तीव्र आंत्रशोथ का कारण भी बनता है।  नोरोवायरस एक प्रकार का कीड़ा है, यह काफी संक्रामक होता है जिसके कारण उल्‍टी और दस्‍त की समस्‍या हो सकती है

लिवर और फेफड़ों के लिए घातक

सेनिटाइजर में आने वाली एक भीनी सी महक के लिए इसमें फैथलेट्स केमिकल का उपयोग होता है, जो कि सीधा-सीधा आपके लिए हानिकारक है। इसलिए जिन सेनिटाइजर में इस केमिकल की अधिक मात्रा होती है, वह लिवर, किडनी और फेफड़ो को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके साथ यह आपके प्रजनन तंत्र पर भी गहरा असर डाल सकता है।

कैंसर का खतरा

खुद की साफ-सफाई के प्रति सजग रहना अच्‍छा है, लेकिन कहीं ऐसा तो नहीं कि आप खुद को खुद ही बीमारियों के मुंह में धकेल रहे हों। जी हां कुछ चीज को छूने के बाद या फिर कुछ खाने से पहले आप सेनिटाइजर का इस्‍तेमाल करते हैं। कीटांणुओं से दूर रखने वाले सेनिटाइजर के इस्तेमाल के तुरंत बाद ‘बिस्फेनॉल ऐ’ से युक्त किसी चीज जैसे प्‍लास्टिक की बोतल या बच्‍चे की दूध की बोतल आदि को छूने से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ने की संभावना होती है। यह बिस्फेनॉल ऐ ऐसा केमिकल है, जो कैंसर का भी कारक बन सकता है।

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