रायगढ़

✍️अमृत मिशन के ठेकेदार नगर निगम से मिलीभगत कर आपस में खा रहे हैं मलाई✍️

 
लॉकडाऊन में ठेकेदार खा रहा मलाई, लोग हो रहे घायल
RGH NEWS प्रशांत तिवारी अमृत मिशन योजना के तहत पूरे नगर नगर निगम क्षेत्र में पाईप लाईन बिछाने का काम चल रहा है, जिसके लिए निर्धारित मापदण्ड का पालन किये बिना ही काम करने की बात बताई जा रही है। साथ ठेकेदार की मनमानी से शहरवासियों को परेशानी भी हो रही है। रायगढ़ जिला मुख्यालय में इन दिनों तेजी से अमृत मिशन योजना के तहत पाईप लाईन का काम चल रहा है और करोड़ो के इस ठेके का काम अलग-अलग ठेकेदार कर रहे हैं। मजे की बात यह है कि निगम के इस काम में ठेकेदार बड़े आराम से अपनी मनमानी करते हुए करोड़ो रूपए की सड़क को बर्बाद करते हुए नजर आ रहे हैं और इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है नियमों का खुला उल्लंघन। पूरे मामले में निगम के अधिकारी जान बुझकर ठेकेदारों को अपना पूरा समर्थन देने से नही चूक रहे हैं। हाल ही में रायगढ़ नगर निगम के कई इलाकों में तेजी से अमृत मिशन योजना के तहत घर-घर में पानी सह्रश्वलाई करने के लिए पाईप लाइन बिछाने का काम चल रहा है और इस काम के पीछे सरकार ने अलग-अलग ठेकेदारों को करोड़ो का काम करने के लिए सौंपा है। मिली जानकारी के अनुसार करीब 6 महीने पहले बनी करोड़ो रूपए की सड़के बदहाल हो चुकी है और इनको बेतरतीब से जेसीबी द्वारा खोदकर आम लोगों के लिए दुर्घटना का एक बड़ा कारण दे दिया है। रोज इन खोदी गई गड्ढो में लोग गिरते हैं लेकिन ठेकेदार को इससे कोई लेना-देना नही है। बात यहीं खत्म नही हो जाती , इस अमृत मिशन योजना के तहत बिछाई जाने वाली पाईप लाईन में नियमों के तहत गड्ढे खोदकर ही पाईप को बिछाया जाना है और उसके बाद इसे बंद करने के लिए भी रेत के अलावा कांक्रीट का इस्तेमाल करने की शर्त दर्शाई गई है। लेकिन ठेकेदार सड़कों को खोदकर पाईप लाइन बिछा तो रहे हैं लेकिन पाईप डालने के बाद गड्ढो को उसी मिट्टी से पाटकर जनता के लिए एक बड़ी परेशानी खड़ी कर चुके हैं। मोटर सायकल से लेकर बड़े वाहन तो इन गड्ढो में घुस रहे हैं और दुर्घटनाएं आम हो चली है, लेकिन इसके बाद भी निगम के अधिकारियों की नींद नही टूट रही है।
अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि अमृत मिशन योजना के तहत बिछाई जाने वाली पाईप लाईन में निर्धारित गहराई के गड्ढे खोदकर पाईप डाले जाने हैं और उन्हें बंद करने के लिए पहले रेत उसके बाद सीमेंट कांक्रीट के साथ इस्तेमाल करके सड़क को फिर से सुधारे जाने की शर्त है पर कोई भी ठेकेदार शहर के बाहर व भीतर इस नियम का पालन नही कर रहा है चूंकि इस शर्त को पूरा करने के लिए ठेकेदार को लाखों रूपए का नुकसान होगा और इसे बचाए रखने के लिए निगम के अधिकारियों का समर्थन उसने पहले ही हासिल कर लिया है। एक ठेकेदार के कर्मचारी ने बताया कि शहर के कार्मेल स्कूल रोड़, लालटंकी मार्ग, कलेटे्रट मार्ग, चक्रधर नगर चौक के अलावा अन्य जगहों में दो ठेकेदार काम कर रहे हैं और जल्दी काम करने के चलते खोदे गए गड्ढो में मिट्टी वापस डाली जा रही है, रेत कुछ ही जगहों में डालने की बात सामने आ रही है। इस कार्य के लिए सतत निगरानी की जरूरत बताई जा
 
या कहते हैं आयुक्त इस पूरे मामले में हमारे संवाददाता ने जब निगम आयुक्त राजेन्द्र गुप्ता को ठेकेदारों की मनमानी पर उनका मत मांगा तब राजेन्द्र गुप्ता का कहना था कि लॉकडाऊन के दौरान काम अच्छा चल रहा है और इसलिए कुछ भी कहना बेमानी होगी और कहीं भी गड्ढो के चलते दुर्घटना नही घट रही है।

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