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इंटरनेशनल क्रिकेट में लागू होने जा रहा है यह अद्भुत नियम

मुंबई: आज क्रिकेट का खेल भले दुनिया के दो दर्जन देश ही खेलते हो बावजूद इसके यह आज दुनिया के सबसे प्रमुख खेलों में शुमार हो चुका है। इसकी बानगी इस बात से देखने को मिलती है कि पिछले दिनों अहमदाबाद में हुए विश्वकप के फाइनल मुकाबले को स्टेडियम में मौजूद 1 लाख 25 हजार तो दुनियाभर में ऑनलाइन तरीके से साढ़े पांच करोड़ लोगों ने देखा।

बात करे भारत की तो यहाँ क्रिकेट किसी धर्म से कम नहीं। क्रिकेट को लेकर भारत से ज्यादा शायद ही कही और इतनी दीवानगी देखने को मिलती हो। क्रिकेट के अलग-अलग फॉर्मेट इसके रोमांच को और भी ज्यादा बढ़ाते है। फिर चाहे आईपीएल हो या फिर नेशनल टीम के मुकाबले, भारत के क्रिकेट स्टेडियम ऐसे मौकों पर कभी भी खाली नहीं रहते।

बात करे आईसीसी यानी क्रिकेट की नियामक संस्था इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल की तो वह अक्सर क्रिकेट को पारदर्शी और रोमांचक बनाने की दिशा में काम करते रहती है। वही इसके नियमों को लेकर भी विशेषज्ञों की टीम समय समय पर समीक्षा करती रहती है।

इसी बीच अब आईसीसी क्रिकेट में नया नियम लागू करने जा रही है जो कि क्रिकेट में समय की बचत को लेकर है। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘मुख्य कार्यकारियों की समिति इस बात पर सहमत हुई के पुरुष एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक ट्रायल के आधार पर ‘स्टॉप क्लॉक’ का इस्तेमाल किया जाएगा। इस घड़ी का इस्तेमाल ओवरों के बीच में लगने वाले समय पर नजर रखने के लिए किया जाएगा।’ बयान के अनुसार, ‘अगर गेंदबाजी टीम पिछला ओवर खत्म करने के 60 सेकेंड के भीतर अगला ओवर फेंकने के लिए तैयार नहीं होती है तो पारी में तीसरी बार ऐसा करने पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाएगी।’

आईसीसी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से पिच को प्रतिबंधित करने की अपनी प्रक्रिया में भी बदलाव किया। आईसीसी ने कहा, ‘पिच और आउटफील्ड निगरानी नियमों में बदलाव को भी मंजूरी दी गई जिसमें उन मानदंडों को सरल बनाना शामिल है जिनके आधार पर पिच का मूल्यांकन किया जाता है और आयोजन स्थल का अंतरराष्ट्रीय दर्जा हटाने के लिए अब पांच साल में डिमेरिट अंकों की संख्या को पांच की जगह छह अंक किया जाएगा।’

 

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