✍️ विधायक का देवर बनकर युवक सर्किट हाउस में लड़की संग कर रहा था अय्याशी, दरवाजा तोड़ पुलिस को होना पड़ा अंदर दाखिल ✍️
(RGH NEWS) बालोद विधायक का देवर बताकर सर्किट हाउस में अय्याशी करते एक युवक को युवती के साथ पुलिस ने पकड़ा है। ये युवक खुद को संजारी बालोद के पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा को अपना भाई और मौजूदा विधायक को भाभी बताता था। रविवार की देर रात राजस्व व पुलिस टीम ने ज्वाइंट छापेमारी कर जब सर्किट हाउस का कमरा खुलवाया तो अंदर का माजरा हैरान करने वाला था। पुलिस टीम और अफसरों को सामने देखकर भी आरोपी अपनी रसूख दिखाने से बाज नहीं आया और इधर-उधर फोन घूमाकर अपनी धौंस दिखाने की कोशिश करता रहा। युवक का नाम भुनेश सिन्हा बताया जा रहा है, जो धमतरी जिले के मुजगहन का रहने वाला है। युवती भिलाई की रहने वाली बतायी जा रही है।
दरअसल पुलिस टीम को इस बात की खबर मिली थी कि सर्किट हाउस में कोई युवक एक युवती के साथ मौजूद था। उस युवक ने खुद को विधायक का देवर बताकर कमरा बुक कराया है। छानबीन में मालूम चला कि युवक ने झूठ बोलकर कमरा बुक कराया है और कमरे में अय्याशी कर रहा है। सूचना पर जिला प्रशासन और पुलिस की टीम सर्किट हाउस पहुंची। एसडीएम सिल्ली थामस, तहसीलदार रश्मि वर्मा, एसडीओपी पीसी श्रीवास्तव, थाना प्रभारी गेंदसिंह ठाकुर के नेतृत्व में पहुंची टीम ने पहले तो सर्किंट हाउस के कमरे को खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन ना तो युवक ने और ना ही युवती ने कमरा खोला। कमरा अंदर से बंदकर युवक जहां बाथरूम में छुप गया तो वहीं लड़की सोने का नाटक करने लगी। इधर पुलिस ने काफी देर तक दरवाजा खोलवाने का प्रयास किया, लेकिन जब ना तो लड़की और ना ही लड़के ना दरवाजा खोला तो पुलिस की टीम जबरदस्ती अंदर दाखिल हुई।
अंदर दाखिल होते ही कमरे में अय्याशी का पूरा साधन मौजूद था, वहीं कमरे में युवक नजर नहीं आ रहा था, सिर्फ लड़की पलंग पर सोयी नजर आयी, लेकिन जब कमरे की तलाशी ली गयी तो युवक बाथरूम में छुपा मिला। पुलिस को देखकर वो फोन लगाकर धौंस दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की कड़ाई देख वो तुरंत भीगी बिल्ली बन गया।
अय्याशी के लिए किया था कमरा बुक
जानकारी के मुताबिक युवक का नाम भुनेश सिन्हा है और वो धमतरी का रहने वाला है, जबकि युवती भिलाई का रहने वाला है। भुनेश सिन्हा शादी शुदा है। खबर है कि युवती ना तो उसकी गर्लफ्रेंड है और ना ही उसका उससे कोई पुराना रिश्ता है, युवती को वो सिर्फ अय्याशी करने के लिए सर्किट हाउस लेकर आया था और यही रूका हुआ था। रूम एक दिन के लिए बुक किया गया था। युवक की जेब से एसडीएम का एक पत्र था, जिसमें युवक को पूर्व विधायक का भाई बताते हुए कमरा रिजर्व करने को कहा गया था। हालांकि जिस अधिकारी के नाम से ये पत्र जारी हुआ था, उन्होंने ऐसे किसी भी पत्र को जारी करने से इंकार किया है। हालांकि अब भी सवाल ये उठता है कि किसी से सिफारशी पत्र के आधार पर बिना जांचे कैसे किसी को रूम अलाट कर दिया गया। इधर पूर्व विधायक ने ऐसे युवक से किसी भी तरह के रिश्ते से इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि वो इस युवक को जानते तक नहीं, उन्हें बदनाम करे लिए उनके नाम का इस्तेमाल किया गया है।