Blog *✍️अमृत मिशन योजना से पूरे शहर में खोदे जा रहें गड्ढों, लाकडाउन की उड़ी जा रही है धज्जियां टुटी 144 धारा✍️*
प्रशासन मौन
RGH NEWS प्रशांत तिवारी रायगढ़। लोगों के सूखें कंठ की किमत वसूलने वाली अमृत मिशन योजना ने पूरे शहर में कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ा दिया हैं हजारों लोगों की भीड़ सड़को पर जाम में फंस गयी और सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की धज्जियां उड़ गयी निगम ने रायगढ़ के सभी मौहल्लो में चौबीस घंटे पानी पहुंचाने के लिये रायपुर की किसी चंद्रा कस्ट्रंकशन कंपनी को 143 करोड़ का ठेका दिया हैं जो पिछले साल से शहर की सड़को को खोदकर पाइप लाइन बिछाने में लगी हैं इसके लिये जो मानक तय किये गये हैं कम्पनी उसका भी पालन नहीं कर रही नियमत: पाइप लाइन के लिये एक मीटर गहरा गड्ढा़ किया जाना है लेकिन कही भी दो फुट से ज्यादा की खुदायी नहीं की जा रही पानी सप्लाई के लिये बिछाये जाने वाले पाइप की क्वालिटी भी घटिया हैं और खोदे गये गड्ढों को पाटना व फिर से सड़क का निर्माण करने की प्रक्रिया में भी काफी झोल झाल हैं कई जगह खोदने के बाद गड्ढे तो पाटे गये लेकिन सड़को को नहीं बनाया गया यह योजना 2021तक पूरी की जानी हैं जिसमें साढ़े तीन सौ कि.मी.सड़क खोदी जायेगी करोड़ो रुपये खर्च कर निगम ने हाल ही में सड़को का निर्माण किया था अब फिर से इन गड्ढों की वजह से लोगो का राह चलना मुश्किल होने वाला हैं पिछले तीन दिन से बिना किसी प्लानिंग के शहर के प्रमुख मार्गों की सड़को को खोद दिया गया जिसके कारण पूरी ट्रेफिक व्यवस्था चोपट हो कर रह गयी आज दो दिन बाद मार्केट खुलने से हजारों लोग सड़को पर निकल आये और दो पहिया,चार पहियां वाहनों का अवागमन ठप्प हो गया जिसे संभालने में ट्रेफिक पुलिस के भी पसीने छूट गयें कंपनी व्दारा कस्ट्रकंशन में लाकडाउन व धारा 144 का पालन भी नहीं किया जा रहा हैं छै से सात लोगों का ग्रुप बिना सोशल डिस्टेसिंग का पालन किये गड्ढे खोदने में लगा हैं जिसकी मिट्टी को भी वही पर डंप किया जा रहा हैं जिससे अवागमन के लिये सड़के सकरी हो गयी हैं ठेकेदार के काम की निगम व्दारा कोई मानेटरिंग भी नहीं की जा रही अधिकारियों से सांठगांठ कर कंपनी व्दारा मनमानी काम किया जा रहा हैं खोदायी के समय पहले से बिछाये गये पाइप लाइन व्यवस्था का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा कल सुभाष चौक में कई पाईप लाईनों को तोड़ दिया गया जिसकी वजह से कई घरों में पीने का पानी नहीं पहुंच पाया और सारा पानी सड़को पर बहता रहा इसके पहले भी इसी तरह पाइप लाइनों को क्षति पहुंचने से शहर को पेयजल सप्लाई करने वाली पानी टंकियों में पानी का स्टोरेज नहीं हो पाया और लोगों को पीने का पानी नहीं मिला कई जगह टेलीफोन केबल भी कट गये इन सारी मुसीबतों की जड़ कंपनी व निगम के अधिकारी हैं जिनके भ्रष्ट्राचार की वजह से यह महत्वपूर्ण योजना लोगों के लिये जी का जंजाल बन गयी हैं यदि यही काम किसी आम आदमी ने किया होता तो प्रशासन उस पर लाक डाउन तोडऩे व सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करने तथा धारा 144 के उलंघन का मामला दर्ज कर जेल भेज चुकी होती।