लोकसभा चुनाव में प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए नेताओं ने अपने-अपने मतदान केन्द्रों में पूरी ताकत झौंकी थी। चुनाव परिणामों में भाजपा कांग्रेस के पूर्व व वर्तमान विधायक अपने घरों में तो शेर साबित हो गए लेकिन गोमती साय,प्रकाश नायक एवं केराबाई मनहर अपने ही घर में ढेर हो गए और गृहनिवास होने के बाद भी पार्टी को बढ़त दिलाने में फेल हो गए।
लोकसभा चुनाव में भाजपा व कांग्रेस ने प्रचार प्रसार में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। अपने संसदीय इलाके अलावा गृह ग्राम एवं निवास वाले मतदान केन्द्र में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए नेताओं ने सब तरह से शक्ति प्रदर्शन किया था और अब उसका असर भी देखने को मिला है। सत्ताधारी कांग्रेस की बात करें तो यहां पर प्रत्याशी लालजीत सिंह राठिया ने अपने गृह ग्राम में 384 वोट पाकर बादशाहत बरकरार रखी है,जबकि बीजेपी की गोमती को यहां पर केवल 41 वोट ही मिल सके हैं। प्रभारी मंत्री उमेश पटेल अपने घर नंदेली से 405 वोट की लीड दिला सके तो बीजेपी यहां से केवल 61 वोट ही पा सकी है। इसी तरह बीजेपी के दिग्गजों पर नजर डाले तो पूर्व शहर विधायक रोशन लाल ने अपने इलाके के मतदान केन्द्र से 245 वोटों की लीड बीजेपी को दिलाई है और पूर्व आईएएस व खरसिया में भाजपा के प्रत्याशी रहे ओपी चौधरी के गांव बायंग से बीजेपी को 413 व कांग्रेस को 151 वोट मिले हैं लेकिन चुनावी महाभारत में कुछ नेता ऐसे भी हैं जो कि अपने घर में भी शेर नहीं बन पाए हैं। सांसद गोमती साय को उनके मतदान केन्द्र से 305 वोट मिले, जबकि कांग्रेस को यहां पर 342 वोट मिले हैं। शहर विधायक प्रकाश नायक भी अपने इलाके में पार्टी का जहाज डूबने से रोक नहीं सके। प्रकाश अपने मतदान केन्द्र में 152 वोट दिला सके और बीजेपी यहां से 483 वोट लेकर 331 की लीड चुरा ले गई। सारंगढ़ में पूर्व विधायक केराबाई मनहर की भी यही कहानी है। उनके मतदान केन्द्र में भी कांग्रेस 32 वोटों से आगे निकल गई है।
नेता ऐसे बने घर में शेर
नेता, पार्टी को दिलाई लीड
उमेश पटेल विधायक खरसिया, 344
ओपी चौधरी, विधायक प्रत्याशी, 262
लालजीत , विधायक धरमजयगढ ,343
लीनव राठिया, विधायक प्रत्याशी ,373
रोशनलाल पूर्व विधायक रायगढ़,245
उत्तरी जांगड़े, विधायक सारंगढ़, 150
सत्यानंद , पूर्व विधायक लैलूंगा,260
च्रकधर सिदार विधायक लैलूंगा, 433