ताजमहल के टिकटों की बिक्री से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एडीए) और आगरा विकास प्राधिकरण के खजाने में 145 करोड़ रुपये से ज्यादा आए हैं। साल 2018 में ताजमहल के टिकटों की बिक्री के कारण सबसे ज्यादा खजाना एएसआई का भरा है। यह हाल तो ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट काउंटरों से हुई टिकटों की बिक्री का है। ऑनलाइन टिकटों की बिक्री के आंकड़े सार्वजनिक किए जाएंगे तो 50 से 60 करोड़ रुपये की कमाई और बढ़ जाएगी।