बाकू, अजरबैजान: कभी "तेल का शहर" कहलाने वाला बाकू तेज औद्योगिकीकरण और लापरवाही के कारण दुनिया के सबसे गंदे शहरों में गिना जाता है। तेल रिसाव, औद्योगिक कचरा और प्रदूषित तटीय इलाकों ने यहां की सफाई व्यवस्था को बदनाम कर दिया है।
पोर्ट-औ-प्रिंस, हैती: यहां कचरा प्रबंधन बेहद कमजोर है। खुले में पड़ा कचरा, खराब सीवेज सिस्टम और गंदा पेयजल इसे बेहद अस्वस्थ बनाते हैं। बारिश के समय सड़कों पर गंदा पानी भरना आम है।
ढाका, बांग्लादेश: अत्यधिक जनसंख्या, ट्रैफिक जाम और खराब शहरी योजना के कारण ढाका की गलियां अक्सर गंदगी से भरी रहती हैं। कूड़ा उठाने की नियमित व्यवस्था ना होने से सड़कों पर कचरे के ढेर लगे रहते हैं।
एंटानानारिवो, मेडागास्कर: यहां की सड़कों पर कचरे के ढेर और खुले नालों से निकलती बदबू यात्रियों को परेशान करती है। गरीबी और प्रशासनिक उदासीनता सफाई की सबसे बड़ी बाधा है।
पोर्ट हारकोर्ट, नाइजीरिया: तेल उद्योग से जुड़ा प्रदूषण, साथ में सीवर की खराब हालत और ठोस कचरे का गलत निपटान इस शहर को बेहद गंदा बना देता है।