एक्ट्रेस अनीता हसनंदानी जल्द ही रियलिटी शो 'छोरियां चली गांव' में नजर आने वाली हैं. इस शो में अनीता समेत 10 और कंटेस्टेंट्स ढाई महीने तक एक गांव में  रहेंगी और गांव के काम-काज करेंगी. इसके लिए उन्हें अपने परिवार, पति-बच्चा सबसे दूरी बनानी पड़ेगी.

अनीता ने बताया कि एक मां होने के नाते इस शो के लिए हां कहना उनके लिए एक मुश्किल फैसला था, क्योंकि वह अपने बेटे आरव को बहुत याद करेंगी. इसी के साथ  दीपिका पादुकोण की 'स्पिरिट' कंट्रोवर्सी पर भी बात की. उन्होंने कहा कि वह भी दीपिका पादुकोण की तरह कम घंटे काम करना चाहती हैं, जैसा दीपिका ने हाल ही  में फिल्म 'स्पिरिट' के मेकर्स से कहा था. 

अनीता ने कहा कि, “माता-पिता के रूप में हम अपने बच्चों को ज्यादा सुरक्षित रखने की कोशिश करते हैं. आजकल की पीढ़ी बच्चों को बहुत कुछ देती है जिससे मुझे कभी-कभी डर लगता है कि कहीं बच्चों को फोबिया न हो जाए. मैं भी दीपिका पादुकोण की तरह कम काम के घंटे चाहती हूं. हर माता-पिता चाहते हैं कि वे क...   

कम समय काम करें ताकि अपने बच्चे के साथ ज्यादा वक्त बिता सकें और उनके हर ग्रोथ फेज को देख सकें.'  इसलिए मैं जरूर कम काम के घंटे चाहूंगी और हफ्ते में कुछ दिन छुट्टी की कोशिश करूंगी. शुरुआत में तो मैं काम ही नहीं करना चाहती थी. मुझसे किसी ने ऐसा करने को कहा भी नहीं था, लेकिन मैं खुद ही हर पल आरव के साथ रहना चाहती थी.' 

ब्रेक के बाद वापसी करना बहुत मुश्किल होता है.'' ''इंडस्ट्री पहले से ही मान लेती है कि मां बनने के बाद आप काम नहीं करेंगे. इससे पहले कि आप खुद कहें  आप काम नहीं करना चाहते, लोग मान लेते हैं कि आप व्यस्त रहेंगी और काम नहीं लेंगी. लोग सोचने लगते हैं कि ...

 अब आपके लिए काम की प्राथमिकता नहीं रही और आप दोबारा नहीं लौटना चाहेंगी." अनिता ने आगे कहा कि कि उम्र भी इसमें बड़ा रोल निभाती है. उन्होंने कहा, "अगर आप आलिया भट्ट की तरह पोजीशन में हैं, जिन्होंने बच्चा होने के तीन महीने बाद ही .....

रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' पर काम शुरू कर दिया था, तो फिर बात अलग है. टीवी में यह सब इतना आसान नहीं होता, आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और वापस आना होता है. इसके लिए फिर से फिट होना और तैयार रहना भी जरूरी है."