जब देशभर में आवारा कुत्तों को लेकर बहस छिड़ी है, कोर्ट के आदेशों पर चर्चाएं हो रही हैं, लोग पक्ष-विपक्ष में आवाज उठा रहे हैं, उसी दौर में एक ऐसी सच्ची कहानी सामने आती है, जो न सिर्फ हैरान करती है, बल्कि दिल को भी छू जाती है। ये कहानी किसी आम इंसान की नहीं

बल्कि बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की है, जिन्होंने कुत्तों के लिए वो सब कुछ कर दिखाया जो शायद कोई अपने परिवार के लिए भी न करे। जी हां, मिथुन डॉग लवर हैं और उन्होंने कुत्तों को बेहतर जिंदगी देने पर फोकस किया और 100 से ज्यादा कुत्तों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं रहे।

मिथुन चक्रवर्ती के लिए जानवर नहीं, परिवार हैं कुत्ते मिथुन चक्रवर्ती सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, असल जिंदगी में भी एक हीरो हैं। उन्हें जानवरों खासकर कुत्तों से बेहद लगाव है। ये लगाव इतना गहरा है कि उन्होंने 116 कुत्तों के लिए मड आइलैंड में एक भव्य फार्महाउस बनवाया है,

जिसकी कीमत 45 करोड़ रुपये के करीब है। इस फार्महाउस की खासियत सिर्फ इसकी कीमत नहीं, बल्कि यह है कि वहां हर कुत्ते के लिए अलग कमरा है, जिसमें एयर कंडीशनर से लेकर कस्टम मेड बिस्तर तक सब कुछ मौजूद है। इतना ही नहीं, इन खास मेहमानों की देखभाल के लिए पूरी टीम तैनात है, जो न सिर्फ उन्हें समय

पर खाना देती है, नहलाती-धुलाती है, बल्कि हर दिन उन्हें टहलाने भी ले जाती है। ये कोई पालतू नहीं, मिथुन दा के लिए परिवार का हिस्सा हैं।  बहू मदालसा ने खोला राज मिथुन की बहू और अभिनेत्री मदालसा शर्मा ने 2023 में दिए एक इंटरव्यू में बताया था, 'मेरे सास-ससुर को

कुत्तों से बेहद प्यार है। पहले हम ऊटी और कोयंबटूर में रहते थे, वहां भी दर्जनों कुत्ते हमारे साथ थे। अब मुंबई में भी हमारे पास 16 अलग-अलग नस्लों के कुत्ते हैं उनके रहने के लिए अलग सेक्शन है, जिसमें हर किसी की जरूरत का ध्यान रखा जाता है।'

फुटपाथ से फार्महाउस तक: एक असली हीरो की कहानी मिथुन चक्रवर्ती की जिंदगी अगर किसी फिल्म की स्क्रिप्ट होती तो उसमें संघर्ष, भूख, गरीबी, चमक-धमक और अंत में जीत, सब कुछ होता। एक दौर था जब वो फुटपाथ पर सोते थे, कई-कई दिन भूखे पेट रहते थे। उन्हें रंग-रूप पर

ताने सुनने पड़ते, काम नहीं मिलता था। आज वही मिथुन चक्रवर्ती 400 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। मैसूर में 18 बंगले, मसीगुडी में 16 लक्जरी कॉटेज, ऊटी और मैसूर में कई होटल्स और मड आइलैंड में उनका आलीशान बंगला, ये सब उनकी मेहनत और हौसले की पहचान हैं।