U P में BJP का बड़ा धमाका, जल्द पब्लिक के बीच पहुंचकर करेंगे चुनाव प्रचार
लखनऊ: पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण (Asim Arun) ने आज लखनऊ स्थित पार्टी के कार्यालय में बीजेपी (BJP) की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) मौजूद रहे. असीम अरुण कानपुर के कमिश्नर रह चुक हैं. वो दलित समाज से आते हैं. असीम अरुण ने राजनीति में आने के लिए वीआरएस लिया है.
BJP में है नया नेतृत्व विकसित करने की सोच- असीम अरुण
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद असीम अरुण ने कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं, संतुष्ट हूं. बीजेपी की नए नेतृत्व को विकसित करने की सोच है. वो इसे एक योजना की तरह चलाते हैं. मैं भी इसी योजना की एक कड़ी हूं. मैं पार्टी का बहुत आभारी हूं कि मुझे ये अवसर दिया.
योगी राज में सुधरी कानून व्यवस्था- असीम अरुण
पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने कहा कि योगी राज में यूपी में कानून व्यवस्था बहुत सुधरी है. मैं सीएम योगी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने पुलिस को ही नहीं बल्कि पूरी व्यवस्था को ऐसी शक्ति दी जिससे सुधार हो सका.
वंचित-दलित समाज के लिए करूंगा काम- असीम अरुण
उन्होंने कहा कि वंचित-दलित समाज के लिए अभी बहुत सारा काम करना बाकी है. मैं कोशिश करूंगा कि वंचित-दलित समाज आगे बढ़ सके.
‘मैं पीएम मोदी से भी प्रभावित हूं, जिन्होंने विकास की नई राह दी’
इस मौके पर असीम अरुण ने कहा, भाजपा ने मुझे और अधिक सामाजिक कार्य करने के लिए राजनीति चुनने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा, ऐसे कई काम हैं जो मैं अपने कार्यकाल के दौरान नहीं कर सका, इसलिए राजनीति में आने का फैसला किया। उन्होंने कहा, मैं पीएम मोदी से भी प्रभावित हूं, जिन्होंने विकास की नई राह दी है।
असीम अरुण ने कहा कि भाजपा इकलौती ऐसी पार्टी है जो नेतृत्व का विकास करती है। पुलिस कर्मियों को काम करने के लिए भाजपा शासन से बेहतर सुखद अनुभव नही हो सकता।
पत्नी ज्योत्सना और खैर नगर की जनता का साथ…
आईपीएस की नौकरी से रिटायरमेंट लेने के बाद असीम अरुण रविवार को सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी कार्यालय लखनऊ पहुंचे, जहां उन्होंने BJP की सदस्य्ता ग्रहण की। असीम अरुण ने बताया कि उन्होंने जनता की सेवा का पूरा खाका खींच लिया है। इसके बाद ही वह इस मैदान में उतरे हैं। जल्द ही वह कन्नौज खैर नगर अपने पैतृक आवास पर जाएंगे। इसके बाद अपनी विधानसभा सदर से चुनाव प्रचार-प्रसार में पूरी ताकत से जुटेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने शनिवार को अपने फेसबुक पोस्ट पर तीसरा पत्र जारी किया। इस पत्र का सार है कि उन्होंने मखमली जिंदगी छोड़कर अब दलित और वंचित की सेवा करने का संकल्प लिया है। इस नई राह पर उनके साथ पत्नी ज्योत्सना और दोनों बच्चों के साथ कन्नौज खैर नगर की जनता है।
सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ने को कसी कमर
1994 बैच के आइपीएस असीम अरुण कानपुर में पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात थे। आठ जनवरी को उन्होंने वीआरएस लेकर राजनीति में आने का एलान कर सबको चौंका दिया था। इसके बाद से ही कन्नौज की सुरक्षित सदर सीट से चुनाव लडऩे की चर्चा है। बीजेपी ज्वाइन करने के बाद सबसे पहले अपनी मातृ भूमि कन्नौज के ठठिया थाना क्षेत्र के गांव गौरनपुरवा, खैरनगर जाएंगे। बता दें कि आइपीएस असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण भी पुलिस अफसर थे। उनकी मां शशि अरुण लेखिका थीं। असीम को देश की पहली जिला स्तरीय स्वाट गठित करने के लिए जाना जाता है।
सभी जगह से खाकी वर्दी की तस्वीरें हटाईं
असीम अरुण ने भाजपा ज्वाइन करने से पहले अपने फेसबुक अकाउंट से लेकर सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपनी वर्दी वाली तस्वीरें हटा दी हैं। इससे पहले उन्होंने बीजेपी में आने का फैसला लेने के बाद वर्दी में संदेश जारी किया था। तब लोगों ने सवाल उठाया था कि वर्दी में भाजपा के नेता जी। इसके बाद उन्होंने बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद सभी तस्वीरें हटा दी हैं



