आंदोलनरत अधिवक्ताओं और जिला न्यायाधीश की विशेष बैठक, चर्चा और निर्णय बेहद गोपनीय

Today Raigarh News रायगढ़। सोमवार को जिला अधिवक्ता संघ के सभी आंदोलनरत अधिवक्ताओं के साथ डीजे की विशेष और अत्यावश्यक बैठक जिला न्यायालय के सभागार में हुई। इस बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई । चर्चा तकरीबन आधे घंटे चली, लेकिन यह चर्चा किन बिंदुओं पर हुई और क्या निर्णय लिया गया यह बेहद गोपनीय माना जा रहा है।
इस संबंध में जब रायगढ़ अधिवक्ता संघ की ओर से गठित संघर्ष समिति से सवाल पूछे गए तो उनकी ओर से यही कहा गया कि डीजे हमारे मुखिया है और उनकी ओर से यह महत्वपूर्ण बैठक रखी गई थी जिसमें चल रहे आंदोलन के संबंध में विभिन्न बिंदुओं पर महत्वपूर्ण चर्चाएं हुई। लेकिन क्योंकि चल रहा आंदोलन बेहद महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील है इस लिहाज से चर्चा के बिंदुओं और हमारी ओर से लिए गए निर्णय को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, इतना जरूर है कि आने वाले दिनों में इस बैठक में हुई चर्चा के नतीजे जरूर देखने को मिलेंगे।
अधिवक्ताओं का आंदोलन पकड़ रहा जोर
Today Raigarh News: आमतौर पर यह देखा जाता है कि लंबा चलने वाला आंदोलन कमजोर होता जाता है लेकिन अधिवक्ताओं की ओर से पिछले 1 माह से शुरू किए गए इस आंदोलन की धार कम होने की जगह और बढ़ रही है । यही कारण है कि रविवार को रायगढ़ के अधिवक्ताओं ने अपने तहसील स्तर के अधिवक्ता संघ के सदस्यों के साथ मिलकर रायगढ़ में बाइक रैली निकाली थी और इस रैली में भ्रष्टाचार के विरुद्ध झांकी प्रदर्शित करने के साथ-साथ भ्रष्टाचार पर नुक्कड़ नाटक भी विभिन्न चौक चौराहों पर किया गया था। आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज करते हुए विधायक मंत्रियों और विधानसभा तक के घेराव की योजना बन सकती है जो आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है।
भ्रष्टाचार की झांकी और नुक्कड़ नाटक को मिल रही सराहना
पुरानी पेंशन योजना की बहाली से वृद्धावस्था को मिलेगा स्थायी आधार
अधिवक्ताओं की ओर से बाइक रैली के दौरान निकाली गई भ्रष्टाचार की झांकी और भ्रष्टाचार पर आधारित नुक्कड़ नाटक लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इस आयोजन की काफी सराहना की जा रही है, लोगों की ओर से इस नुक्कड़ नाटक को राजस्व न्यायालयों में रोजाना दिखाई देने वाले रियल सीन के रूप में होना बताया जा रहा है। एक नुक्कड़ नाटक में यह बताया गया है कि किस प्रकार राजस्व न्यायालयों में भ्रष्टाचार की दुकानदारी चल रही है और जब इस भ्रष्टाचार का विरोध किया जा रहा है तो किस प्रकार की स्थितियां निर्मित हो जाती हैं। इसके बाद कार्यपालिका और न्यायपालिका की स्थिति को भी नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बखूबी प्रदर्शित किया गया है।
इस नुक्कड़ नाटक में जिन अधिवक्ताओं ने अभिनय किया था उनमें
तहसीलदार – राजेश जाटवर
नायब तहसीलदार – ताहिरा बानो
मालदार पार्टी – श्रीमती काजल पैंकरा
मालदार पार्टी – आशा शर्मा
गरीब आदमी – सुमीत दत्ता
कलेक्टर – प्रवीण त्रिपाठी
बाबू – टंकेश्वर प्रसाद चौधरी
चपरासी – राजु मैत्री
वकील – धवल किशोर
कोरस – उपासना कुलदीप, चंद्र प्रभा पटेल
प्रतिनिधि मंडल- सत्येंद्र सिंग, महेन्द्र यादव
कथावाचक- तन्मय बनर्जी
संयोजन- राज श्री अग्रवाल, अर्शीलीन कौर शामिल थे।