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Shani Sade Sati: जाने आखिर क्या होती है शनि की साढ़ेसाती? करें इसके 13 सरल उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि को न्याय का ग्रह माना जाता है. हर व्यक्ति शनि का नाम सुनकर डर जाता है, परंतु शनि सबको परेशान करें ये धारणा गलत है. वे अच्छे कर्म के लिए अच्छा और बुरे कर्म के लिए बुरा फल देते हैं. शनि का हर एक चरण ढाई साल का होता है और पहले चरण में प्रभावित जातक को शनि मानसिक रूप से परेशान करते हैं. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषाचार्य एवं हस्तरेखाशस्त्री विनोद सोनी पौद्दार बता रहे हैं शनि की साढ़ेसाती (Shani Sade Sati) के कुछ लक्षण और उपाय.

शनि की साढ़ेसाती वर्तमान में तीन राशियों में चल रही है.प्रथम चरण में कुम्भ राशि पर, जो अगले साढ़े 6 वर्ष रहेगी. दुसरे चरण में मकर राशि में, जो साढ़े 3 वर्ष तक रहेगी और अंतिम चरण के साथ धनु राशि पर, जो अगले एक वर्ष तक रहेगी.

शनि की साढ़ेसाती के उपाय

1. शनि देव कर्मों के अनुसार फल देते हैं. दान करना पुण्य कर्म माना गया है, इसलिए शनिवार के दिन लोहा, काले उड़द की दाल, काला तिल या काला वस्त्र दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं.

2. शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं और शनि स्त्रोत का पाठ करें. इससे भी शनि देव प्रसन्न होते हैं.

3. शनिवार के दिन शनि देव के मंदिर में जाकर सरसों के तेल में काला तिल और एक लोहे की कील मिलाकर शनि देव को अर्पित करें.

4. हनुमान जी की पूजा, हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी शनि देव से शांति मिलती है और अशुभ फल मिलना कम हो जाते हैं.

5. शनिवार को मछली, पक्षी और पशुओं को चारा खिलाने से शनि का प्रभाव कम हो जाता है.

6. प्रत्येक दिन यदि मजबूर और लाचार लोगों को सामर्थ्य अनुसार दान करें तो भी शनि देव शांत हो जाते हैं.

7. प्रतिदिन सुबह में चिड़ियों को दाना और पानी दें.

8. चींटियों को आटा, शक्कर भी दे सकते हैं.

9. प्रतिदिन सूर्य को जल दें. गलत या अनुचित कार्य से बचें.

10. शनिवार के दिन सुबह और शाम के भोजन में काले नमक और काली मिर्च का प्रयोग करें.

11. हर शनिवार संभव हो तो बंदरों को भुने चने खिलाएं.

12. इसके अलावा मीठी रोटी पर तेल लगाकर काले कुत्ते को भी खिला सकते हैं.

13. मांस-मदिरा का सेवन करना छोड़ दें.

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