धर्म

Rath Yatra: कल से शुरू होगी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, जानें इसका इतिहास और महत्व…

Puri विश्व प्रसिद्ध पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव 20 जून से शुरू होगा। इससे पहले रविवार को पुरी के रिजर्व मैदान में पुरी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की ओर से रथ खींचने का मॉक ड्रिल किया गया। दरअसल श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन को रथ यात्रा उत्सव के दौरान इस बार करीब 25 लाख लोगों के आने की उम्मीद है। ऐसे में मेला को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

सूत्रों के अनुसार, रथ यात्रा के सुचारू और समय पर संचालन के लिए तीर्थ नगरी में 170 प्लाटून पुलिस बल तैनात किए जाएंगे। इसमें देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके अलावा इस साल विशेष जोर भीड़ और यातायात प्रबंधन, रथ खींचने और वीवीआईपी को सुरक्षा प्रदान करने पर होगा।

जाम से न‍िपटने के ल‍िए खास तैयारी

सूत्रों ने बताया क‍ि वार्षिक उत्सव के दौरान तीर्थ शहर में वाहनों के लिए एक विशेष ट्रैफ‍िक योजना होगी। सूत्रों ने कहा कि वार्षिक उत्सव के दौरान शहर को 14 जोन और 29 सेक्टरों में बांटा जाएगा। इस बीच, भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों के स्वागत के लिए ग्रैंड रोड को सजाया गया है। श्रीमंदिर में आज बनकलागी अनुष्ठान आयोजित किया जा रहा है। इसमें दत्तमोहापात्र के सेवादार पवित्र त्रिमूर्ति के चेहरों पर पारंपरिक रंगों से श्रृंगार कर रहे हैं

गर्भगृह से बाहर प्रांगण में महास्नान

 

भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियां लकड़ी से बनती हैं और हर 12 साल पर इन्हें बदला जाता है। पूर्णिमा स्नान के लिए इन्हें गर्भगृह से निकालकर बाहर रखा गया। मंदिर के प्रांगण में ही 150 से ज्यादा पुजारियों ने मंत्रोच्चार के बीच पूर्णिमा स्नान की परंपरा पूरी की।

 

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25 लाख लोगों के रथ यात्रा में शामिल होने की उम्मीद
Puriश्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के मुख्य प्रशासक रंजन कुमार दास ने बताया कि रथ यात्रा उत्सव में बहुदा (रथ वापसी उत्सव), सुना भेसा (देवताओं की सुनहरी पोशाक) और नीलाद्री बिजे (मुख्य मंदिर में वापसी) भी शामिल हैं। कुल मिलाकर, लगभग 25 लाख लोगों के रथ यात्रा उत्सव में शामिल होने की उम्मीद है।

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