मशहूर उद्योगपती “Ratan Tata “का अंतिम संस्कार ऐसे होगा! जानें कहां दी जाएगी आखिरी विदाई?
Ratan Tata Funeral Updates
मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का कल बुधवार देररात निधन हो गया। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि रतन टाटा का अंतिम संस्कार डॉ ई मोसेस रोड, वर्ली स्थित वर्ली श्मशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ होगा।
देश के गृह मंत्री अमित शाह उन्हें अंतिम विदाई देने मुंबई आएंगे। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने रतन टाटा के भाई नोएल टाटा से फोन पर बात की और शोक जताया। उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
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रतन टाटा कि इस वजह से हुई मौत..??
रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वे काफी समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। बीती रात हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल की इंटेसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
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रतन टाटा के अंतिम संस्कार की विधि
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को वरली के पारसी शमशान घाट में ले जाया जाएगा। सबसे पहले पार्थिव शरीर को प्रेयर हॉल में रखा जाएगा, जहां करीब 200 लोग मौजूद रह सकते हैं। यहां 45 मिनट तक प्रेयर होगी। प्रार्थना हॉल में ही पारसी रीति से ‘गेह-सारनू’ पढ़ा जाएगा। रतन टाटा के पार्थिव शरीर पर एक कपड़े का टुकड़ा रख कर ‘अहनावेति’ का पहला पूरा अध्याय पढ़ा जाएगा। यह शांति प्रार्थना की एक प्रक्रिया है। प्रेयर प्रक्रिया पूरी होने के बाद पार्थिव शरीर को इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम में रखा जाएगा और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
रतन टाटा का पार्थिव शरीर देर-रात घर लाया गया
मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का पार्थिव शरीर देररात ही अस्पताल से कोलाबा स्थित उनके घर लाया गया। आज उनका पार्थिव शरीर साउथ मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) के हॉल में लोगों के दर्शनार्थ रखा गया। शाम 4 बजे तक लोग उनके आखिरी दर्शन कर सकेंगे।
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उद्योगपति हर्ष गोयनका ने दी निधन की सबसे पहली जानकारी
रतन टाटा के निधन की जानकारी देश को सबसे पहले उद्योगपति हर्ष गोयनका ने दी। उन्होंने अपने X हैंडल पर लिखा कि आज घड़ी की टिक-टिक बंद हो गई। बिजनेस के टाइटन नहीं रहे। रतन टाटा ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार के प्रतीक थे। इसके बाद टाटा ग्रुप के चेयरमैन चंद्रशेखर ने X हैंडल पर ट्वीट लिखकर पुष्टि की। उन्होंने लिखा कि आज टाटा ग्रुप को अत्यंत भारी क्षति पहुंची। भारी मन से रतन टाटा को विदाई दे रहे हैं। ग्रुप के लिए रतन टाटा एक चेयरपर्सन से कहीं ज्यादा थे। वे मेरे गुरु, मार्गदर्शक और दोस्त थे।