Raigarh News: तमनार में हालात बेहद तनावपूर्ण, कलेक्टर–एसपी ने संभाली कमान, भारी पुलिस बल तैनात, 14 गांवों के ग्रामीण एकजुट देखें क्या कहते हैं कलेक्टर

Raigarh News: रायगढ़। तमनार क्षेत्र में प्रस्तावित गतिविधियों को लेकर चल रहा जनविरोध अब गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। बीते दिन सीएचपी चौक पर आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और पूरे क्षेत्र पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने स्वयं मोर्चे की कमान संभाल ली है। प्रशासन ने जिंदल हॉस्पिटल परिसर को अघोषित छावनी के रूप में विकसित किया है, जहां से आगे की रणनीति पर लगातार मंथन किया जा रहा है। यहां वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में कानून-व्यवस्था को लेकर पल-पल की समीक्षा की जा रही है।
महिला बल की बड़ी तैनाती, रिजर्व फोर्स पहुंची तमनार
तमनार और आसपास के इलाकों में रिजर्व फोर्स की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की गई हैं, जिसमें महिला पुलिस बल की संख्या अधिक बताई जा रही है। संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है, वहीं संभावित हालात से निपटने के लिए पुलिस बल को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
14 गांवों के ग्रामीण एक मंच पर, रास्ते किए अवरुद्ध
दूसरी ओर, आंदोलन को और धार देने के लिए तमनार क्षेत्र के 14 गांवों के ग्रामीण एकजुट हो गए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन की संभावित कार्रवाई को विफल करने के उद्देश्य से लिबरा सीएचपी मार्ग पर पेड़ काटकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया है, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है। आंदोलनकारी लगातार आपसी समन्वय बनाए हुए हैं और प्रशासन की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं।
अभी शांत है माहौल, लेकिन तनाव बरकरार
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है। वहीं आंदोलनकारी भी अपने स्तर पर रणनीति तय करने में जुटे हुए हैं।
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इलाके में पसरा तनाव, किसी भी समय बदल सकते हैं हालात
फिलहाल तमनार क्षेत्र में शांति जरूर दिखाई दे रही है, लेकिन अंदरखाने हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं। प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच टकराव की आशंका पूरी तरह टली नहीं है। आने वाले घंटों में प्रशासन के अगले कदम और आंदोलनकारियों की रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।



