Raigarh News: कुख्यात कोल ट्रांसपोर्टर की चल रही थी गुप्त तस्करी, घरघोड़ा में 5 ट्रेलर जब्त, सिंडिकेट में बड़े नामों की जांच शुरू

Raigarh News: RGHNEWS @Prashant Tiwari रायगढ़। घरघोड़ा थाना क्षेत्र में लंबे समय से चल रहे अवैध कोयला चोरी और तस्करी के खेल पर आखिरकार पुलिस ने करारी चोट की है। SDOP सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में चोरी के कोयले से लदे 5 भारी ट्रेलरों को पुलिस ने दबिश देकर रंगे हाथों पकड़ा। यह कार्रवाई उन लगातार मिल रही शिकायतों के बाद की गई है, जिनमें इलाके में सक्रिय कोयला सिंडिकेट की गतिविधियों की जानकारी सामने आ रही थी।

*लंबे समय से सक्रिय था कोयला सिंडिकेट*
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, पकड़ा गया यह कोल ट्रांसपोर्टर कई महीनों से चोरी का कोयला खरीदने-बेचने और अवैध रूप से परिवहन करने का धंधा चला रहा था।
बताया जा रहा है कि इस सिंडिकेट में कुछ स्थानीय बड़े नेताओं का नाम भी चर्चा में है, हालांकि पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह सब अभी जांच का विषय है और किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाज़ी होगी।
*पुलिस की सटीक कार्रवाई 5 ट्रेलर सहित दबोचा गया गिरोह*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि कोयले से भरे कई ट्रेलर देर रात घरघोड़ा क्षेत्र से गुजरने वाले हैं।
एसडीओपी सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन पर घरघोड़ा थाना पुलिस ने नाकेबंदी की और पांचों ट्रेलरों को पकड़ने में सफलता हासिल की।
प्राथमिक जांच में कोयला चोरी का होना पाया गया, जिसके बाद वाहनों और ड्राइवरों सहित सभी संलिप्तों को हिरासत में लिया गया।
*एसडीओपी सिद्धार्थ तिवारी का सख्त रुख*
हमारे संवाददाता से बातचीत के दौरान एसडीओपी तिवारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा—
> “घरघोड़ा क्षेत्र में चोरी के कोयले के साथ पकड़ी गई सभी गाड़ियों को जप्त कर लिया गया है। संबंधित आरोपियों पर FIR दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं।
आगे की जांच में अगर किसी सिंडिकेट या गिरोह की भूमिका सामने आती है, तो चाहे वह कितना भी बड़ा व्यक्ति क्यों न हो, उसके खिलाफ भी विधिसम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।”
*जांच का दायरा बढ़ेगा – बड़े खुलासों की संभावना*
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि यह सिंडिकेट कितने समय से सक्रिय था,
किन-किन स्थानों से चोरी का कोयला उठाया जाता था,
और करोड़ों के इस अवैध कारोबार में और कौन-कौन शामिल है।

चूंकि इस मामले में राजनीतिक कनेक्शन की चर्चा भी तेज है, इसलिए पुलिस इसे एक हाई-प्रोफाइल केस के रूप में देख रही है। कागजी व डिजिटल रिकार्ड की जांच भी शुरू कर दी गई है।
*क्या अब बारी बड़े खिलाड़ियों की?*
5 ट्रेलरों का पकड़ा जाना इस बात का संकेत है कि संगठन का नेटवर्क बड़ा हो सकता है।
अगर यह जांच गहराई तक गई तो आने वाले दिनों में कई बड़े नाम सामने आने की पूरी संभावना है।फिलहाल पुलिस ने पांचों ट्रेलरों को जप्त कर केस दर्ज कर लिया है और आगे की विवेचना तेज कर दी गई है।



