रायगढ़ न्यूज़ (समाचार)

Raigarh News: सड़क हादसे में बेटे की मौत के बाद इंसाफ के लिए भटक रहा पहाड़ी कोरवा…

Raigarh News रायगढ़। बाईक और बोलेरो भिड़ने से पहाड़ी कोरवा युवक की दर्दनाक मौत के मामले में लैलूंगा पुलिस द्वारा चार पहिया वाहन को अज्ञात बताते हुए केस को रफा-दफा करने का आरोप लगा है। मृतक के दुखी पिता ने अब कलेक्टर को आवेदन देते हुए अपने बेटे की आत्मा को इंसाफ दिलाने की फरियाद की है।

इसे दुर्भाग्य ही कहें कि राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवाओं को भी अब अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद कर इंसाफ की लड़ाई लड़नी पड़ रही है वरना लैलूंगा के आमापाली से एक विशेष जनजाति के बुजुर्ग को फरियाद लेकर जिला मुख्यालय आना नहीं पड़ता। तपती धूप में पसीने से तरबतर हालत में कलेक्ट्रेट पहुंचा आमापाली निवासी भारत कोरवा (60 वर्ष) हाथ में आवेदन लेकर भटकता मिला। पूछे जाने पर भारत ने कांपते लफ्जों में जो कुछ बयां किया, उसे सुनकर खाकी वर्दी की कर्त्तव्यनिष्ठा पर सवालिया निशान लगना लाजिमी है।

पहाड़ी कोरवा ने बताया कि उसका बेटा भरत राम बीते 6 मार्च को अपनी मोटर सायकल लेकर आमापाली से ग्राम ढोर्रोआमा जा रहा था। इस दौरान ग्राम रेगडी के पास बोलेरो (क्रमांक-आरजे 29 सीए 9066) के लापरवाह चालक ने अपेक्षाकृत तेज रफ्तार में वाहन चलाते हुए बाईक सवार को ठोक दिया। हादसे में भरत राम की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। रोड एक्सीडेंट की सूचना मिलने पर पिता भारत पहाड़ी कोरवा मौके पर भी पहुंचा था। इसके बाद भी लैलुंगा पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने की मंशा से ज्ञात वाहन के चालक को बचाने के लिये मर्ग पंचनामा के पश्चात घटना को अज्ञात चालक का अमलीजामा पहना दिया।

 

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Raigarh News बुजुर्ग पहाड़ी कोरवा ने रोते हुए यह भी बताया कि भारत ही घर का कमाऊ सदस्य था और उसके कंधे पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी, लेकिन बोलेरो चालक की जरा सी लापरवाही ने उसके हंसते-खेलते जीवन मे मनहूसियत का ग्रहण लगा दिया है। सड़क हादसे के बाद आर्थिक संकट का सामना कर रहे पहाड़ी कोरवा परिवार को जब किसी की तरफ से कोई सहायता नहीं मिली तो उसने इसकी शिकायत पुलिस अफसरों से भी की, मगर इंसाफ नहीं मिला तो उसे अब कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाते हुए और मामले दोषियों पर कार्रवाई की मांग करनी पड़ी। अब देखना है कि जवान बेटे की लाश को अपने कंधे में उठाकर श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार कराने के महाशोक का सामना करने वाले पहाड़ी कोरवा पिता को इंसाफ मिलेगा या उसका आरोप झूठा साबित होगा।

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