Raigarh News: एनएसएस कैंप में थाना प्रभारी कोतरारोड़ छात्रों को दिये साइबर अपराधों की जानकारी
Raigarh News:*रायगढ़* । एसपी अभिषेक मीना द्वारा क्राइम मीटिंग में सभी प्रभारियों को उनके क्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहवासियों को अपराधों के प्रति जागरूक करने निर्देशित किया गया है , जिसका प्रभारियों द्वारा पालन किया जा रहा है । इसी क्रम में कल शाम कोतरारोड़ थानाक्षेत्र के ग्राम पंझर में एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) शिविर में थाना प्रभारी कोतरारोड़ उप निरीक्षक गिरधारी साव द्वारा विद्याथिर्यों को सविधान दिवस के विषय में संक्षिप्त जानकारी देकर संविधान द्वारा छात्रों को प्रदत्त अधिकारों के संबंध में जानकारी दिया गया तथा जागरूकता के क्रम में विद्यार्थियों को विविध अपराधों की जानकारी देकर जागरूक किया गया। विद्याथिर्यों को थाना प्रभारी द्वारा दहेज प्रताड़ना, घरेलू हिंसा, बाल विवाह, छेड़छाड़ और बच्चों के ऊपर होने वाली लैंगिक अपराध, बाल अधिकार, बाल मजदूरी और मानव तस्करी के बारे में विस्तृत चर्चा कर नाबलिगों को कानून द्वारा प्रदत्त उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दिया गया तथा सायबर अपराध ऑनलाइन ठगी, एटीएम ठगी, चिटफंड कंपनी द्वारा ठगी के बारे में जानकारी देकर इससे बचने के उपाय भी बताए गए। कार्यक्रम में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी, शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण के साथ थाना कोतरारोड़ के आरक्षक तरूण महिलाने, टिकेश्वर यादव और सुरेन्द्र भगत मौजूद रहे।
Raigarh News: वहीं कल जूटमिल के भाठनपाली और खरसिया के मदनपुर में “पुलिस जन चौपाल” लगाकर रहवासियों को जागरूक किया। पुलिस अधिकारियों ने चौपाल में लोगों को मोबाइल और इंटरनेट के इस्तेमाल के दौरान सावधानियां बरतने कहा गया और साइबर खतरों की जानकारी दिये । उन्हें बताया गया कि अनजान नंबर या अनजान व्यक्ति के कहने पर मोबाइल में रिमोट एक्सेस ऐप या अन्य कोई एप डाउनलोड न करें। केवाईसी अपडेट के नाम पर किसी को भी लिंक अथवा ओटीपी शेयर न करें। जागरूकता ही साइबर ठगी से बचने का सबसे बड़ा उपाय है। प्रवासियों को सचेत किया गया कि गांव में रकम दोगुना करने की बात करने वालों, फेरी वालों व अजनबी व्यक्तियों जो सोना चांदी साफ करने के झांसा देकर ठगी करते हैं उनसे सावधान रहे और ऐसे व्यक्तियों की सूचना तत्काल डायल 112 अथवा थाना प्रभारी के मोबाइल नंबर में देवें , चौपाल में रहवासियों की समस्याएं भी सुनी गई तथा छोटे-मोटे विवाद को गांव में ही बगैर विवाद सुलझाने कहा गया।