रायगढ़ न्यूज़ (समाचार)

Raigarh Local News: जीवन जीने की शिक्षा प्रदान करती है : श्रीमद् भागवत : आकृति तिवारी जी

Raigarh Local News:   रायगढ़: समीपस्थ ग्राम खैरपुर (जिंदल) में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस में कथा व्यास सुश्री आकृति तिवारी लोरमी ने कहा संसार स्वप्न वत है – मोह निशा जग सोव निहारा | संसार नकली मोती की माला के समान है भागवत की महिमा का वर्णन करते हुए कहा, जो भगवान की शरणागत होते है सरलता से संसार सागर से पार हो जाते है

वो तैरते तैरते डूब गए जिन्हें खुद पे गुमान था
और वो डूबते डूबते तर गए जिनपे तू मेहरबान था |
हे प्रभु आप हमारी बाह पकड़ कर हमे पार कर दो इसलिए दोनों हाथ उठाकर जयकारा करनी चाहिए
गोवर्धन भगवान आज श्रीनाथ जी के रूप में राजस्थान में अपने हाथ उठा कर खड़े है | युधिष्ठिर जी को युद्ध के बाद मोह उत्पन्न हुआ उसे ग्लानि हुई कि महाभारत के युद्ध में मेरे स्वजनों का विनाश हुआ भीष्म पितामह 54 दिनों तक बांडों की शैय्या पर पड़े रहे ऐसे महापुरुष थे उन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था
भगवान श्री कृष्ण को सामने देख कर ध्यान करते हुए अपने पांच भौतिक शरीर का त्याग किया |
अटल सत्य मृत्यु है, अटल सत्य राम नाम है और दूजा मृत्यु |
धर्मो रक्षति रक्षिता:
हमें अपनी धर्म की रक्षा करनी चाहिए भारत वर्ष हिन्दू राष्ट्र होना चाहिए अपने बच्चों को रामायण की चौपाई गीता का श्लोक सिखाए तब धर्म की रक्षा हो सकती है
सोते समय रात्रि में रामायण की पांच चौपाई बोल कर सोए पुत्र को राम जैसा और पुत्री को सीता जैसी होनी चाहिए
उदार चरितनाम तू वसुधैव कुटुंबकम्
पूरी पृथ्वी हमारा परिवार है
मन की पवित्रता भगवान का नाम स्मरण से और तन की पवित्रता वृद्धों और गौ माता की सेवा से होती है
श्रीमद् भागवत हमें जीवन जीने की शिक्षा प्रदान करती है
कलयुग केवल नाम आधार
सुमिरि सुमिरि नर उतरहे पारा
राजा परीक्षित में कलयुग को पांच स्थान प्रदान किया जुआ, मदिरा पान, व्यभिचार, हिंसा और स्वर्ण उसी स्वर्ण मुकुट को पहनने से राजा की मति भ्रमित हुई तथा ऋषि के गले में मरे हुए सांप को डाला ऋषि के पुत्र ने राजा को श्राप दिया अतः इन पांच स्थानों से दूर रहना चाहिए

रावण के दस सिर और बीस आंखे थी रावण ने एक सीता पर कुदृष्टि डाली अतः आज भी रावण को जलाते है
पराई स्त्री माता, बहन, पुत्री के समान है सात दिनों में ही मृत्यु होती है राजा ने सुकदेव द्वारा श्रीमद् भागवत कथा श्रवण किया उसे मुक्ति मिली माता देव हुती भारतीय नारी की त्याग का प्रतीक है राजा मनु की पुत्री का विवाह कर्दम ऋषि से हुआ भगवान कपिल देव पुत्र के रूप में प्रगट हुए माता को भक्ति ज्ञान ध्यानयोग यम नियम प्रांड़ायाम ज्ञान दिया

Raigarh Local News:  कथा आयोजन कर्ता समस्त ग्रामवासी खैरपुर (जिंदल) है

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